किसान आंदोलन : राजेवाल किसान आंदोलन को राजनीति से ऊपर रखें: शिअद
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
शिरोमणी अकाली दल ने वरिष्ठ किसान नेता Balbir Singh Rajewal से किसान आंदोलन को राजनीति से ऊपर रखने को कहते हुए कहा कि वे शिरोमणी अकाली दल को निशाना बनाने के बजाय दिल्ली जाने वाले  अकाली कार्यकर्ता  पर हमला करने वाले गुंडों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिअद के प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल और डॉक्टर दलजीत सिंह  चीमा ने कहा कि दुख की बात है कि यह स्वीकार करने के बाद भी कि कुछ गलत तत्व जो  किसान संघ को बदनाम करना चाहते हैं किसान नेता ने उन लोगों से न तो माफी मांगने के लिए कहा न ही उनके खिलाफ  कानूनी प्रक्रिया करने के लिए कहा  है।
उन्होंने राजेवाल के इस बयान पर आपत्ति जताई कि दिल्ली में केवल विधायकों और सांसदों को ही विरोध प्रदर्शन करना चाहिए था।

किसान नेता के बयान का किया खंडन (Balbir Singh Rajewal)

चीमा ने राजेवाल के इस बयान का खंडन किया कि शिरोमणी अकाली दल वीडियो जारी कर किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।  वास्तव में अकाली  नेताओं और यहां तक कि महिलाओं से दुर्व्यवहार किया जा रहा है, और धमकाया जा रहा है । इसके अलावा लूट  की वीडियों अपराधियों द्वारा पोस्ट की गई हैं। उन्होने कहा कि हालांकि अध्यादेशों को तैयार करने में कांग्रेस पार्टी की भूमिका के साथ साथ  2017 में कांग्रेस सरकार ने एपीएमसी अधिनियम में किए गए संशोधनों पर चुप रहना चुना था।

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शिअद का मकसद किसान आंदोलन को मजबूत करना

अकाली नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि 17 सितंबर को इसके द्वारा आयोजित विरोध मार्च का उददेश्य किसान आंदोलन को मजबूत करना था और कहा कि राजेवाल को इस कदम की सराहना करनी चाहिए थी। उन्होने कहा कि पार्टी ने विरोध के दौरान यह स्पष्ट कर दिया था कि वह तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी अधिकार बनाने और सभी प्रमुख फसलों की  सरकारी खरीद सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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