India News(इंडिया न्यूज़), Science News: पृथ्वी के बाहर भी जीवन है या नहीं इसके बारे में विज्ञान की दुनिया में शदीयों से खोज चल रही हैं। हालांकि इस बात को वैज्ञानिक भी मानते हैं कि जब पृथ्वी में जीवन है तो जाहीर सी बात है कि ब्रह्मांड में मौजूद हमारी गैलेक्सी जैसी कई गैलेक्सी में से कहीं ना कहीं तो जीवन संभाव होगा ही। लेकिन ये बात पूरी तरह खुल का नहीं बताई गई की किसी और गृह से भी पृथ्वी की तरह जीवन है।

  • नासा ने एन्सेलेडस पर खोजी फॉस्फेट की एक प्रमुख मात्रा
  • ‘जीवन के खोज’ की बड़ी छलांग
  • पौधों के विकास में सहायक फॉस्फेट

वहीं, वैज्ञानिकों को शायद अब तक के सबसे आशाजनक संकेत मिले हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार शनि के छठे सबसे बड़े चंद्रमा एन्सेलेडस (Enceladus) पर जीवन मौजूद हो सकता है। दरअसल नासा के रिटायर हो चुके कैसिनी स्पेसक्राफ्ट के डेटा से चंद्रमा पर फॉस्फेट की उपस्थिति का पता चलता है। जानकारों की माने तो फॉस्फेट जीवन के अस्तित्व के लिए एक सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। वैज्ञानिकों का कहना है कि फॉस्फेट चट्टानी खनिजों में नहीं फंसे हैं, बल्कि चंद्रमा के तरल महासागरीय जल में नमक के रूप में घुले हुए हैं।

इन तीन गृहों में मिलता है फॉस्फेट

बता दें कि ये पहले भी देखा गया है कि एन्सेलेडस की बर्फीली सतह पर लंबी और सांप जैसी दरारें हैं। ये दरारे बर्फ के दानों और जल वाष्प से बने धुएं को बाहर निकालती हैं। नमकीन तरल पानी का यह महासागर चंद्रमा के चट्टानी कोर और बर्फ के चमकदार सफेद खोल के बीच सैंडविच है, जो कम से कम 12 मील मोटा है।  गौरतलब है कि अब एन्सेलेडस पृथ्वी और बृहस्पति के चंद्रमा (यूरोपा) के अलावा हमारे सौर मंडल के उन कुछ स्थानों में से एक है, जहां तरल पानी मौजूद है।

फॉस्फेट पौधों का करता है विकास

हैरानी की बात यह है कि पृथ्वी के महासागरों के अलावा अब तक कहीं भी फॉस्फोरस का पता नहीं चला है। नए रिसर्च को लीड करने वाले बर्लिन में फ्रेई यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के अनुसार, इसका मतलब है कि हमारे सौर मंडल में ‘जीवन की खोज’ ने एक बड़ी छलांग लगाई है। बता दे कि फॉस्फेट फॉस्फोरस का प्राकृतिक स्रोत है, एक ऐसा तत्व जो पौधों को उनकी वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों का एक चौथाई प्रदान करता है।