India News (इंडिया न्यूज), Paris Olympic 2024:फ्रांस के शहर पेरिस में ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी है। पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic 2024) का उद्घाटन समारोह विवादों में आ गया है। बता दें उद्घाटन समारोह के दौरान एक ऐसा प्रदर्शन हुआ जिसे देखकर सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया।  बीजेपी सांसद कंगना रनौत(Kangana Ranaut)ने भी इस मुद्दे पर अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की और सवाल उठाए। बता दें  उद्घाटन समारोह के दौरान ड्रैग क्वीन ने ईसा मसीह का ‘द लास्ट सपर’ एक्ट किया जो विवादों में आ गया।

द लास्ट सपर परफॉर्मेंस पर मचा बवाल

द लास्ट सपर परफॉर्मेंस में ड्रैग क्वीन को शिष्यों के तौर पर दिखाया गया है। वहीं बीच में मुकुट पहनी एक महिला को ईसा मसीह के तौर पर दिखाया गया है। इस परफॉर्मेंस की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। लोग तस्वीरें शेयर कर इस परफॉर्मेंस को ईसाइयों का अपमान बता रहे हैं।

ईसाई धर्म का मजाक उड़ाया-कंगना रनौत

कंगना रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की है। पहली स्टोरी में कंगना ने ‘द लास्ट सपर’ पेंटिंग के साथ पेरिस ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया है। इसके साथ ही कंगना रनौत ने लिखा “पेरिस ओलंपिक की आलोचना इस बात के लिए की जा रही है कि द लास्ट सपर की अति कामुक और निंदनीय प्रस्तुति में एक बच्चे को शामिल किया गया है। प्रदर्शन के दौरान, एक बच्चे को ड्रैग क्वीन्स में शामिल होते हुए साफ देखा जा सकता है। उन्होंने नीले रंग में रंगे एक नग्न व्यक्ति को जीसस के रूप में दिखाया और ईसाई धर्म का मजाक उड़ाया। वामपंथियों ने ओलंपिक 2024 को पूरी तरह से हाईजैक कर लिया है। शर्मनाक।”

सब कुछ समलैंगिक होने के बारे में था- कंगना रनौत

कंगना रनौत ने एक और स्टोरी पोस्ट की। इस स्टोरी में कंगना ने ओलंपिक उद्घाटन समारोह में हुए अलग-अलग प्रदर्शनों के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए हैं। इन स्क्रीनशॉट के साथ कंगना रनौत ने कैप्शन लिखा “ओलंपिक उद्घाटन के दौरान सब कुछ समलैंगिक होने के बारे में था। मैं समलैंगिकता के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन यह मेरी समझ से परे है कि ओलंपिक को किसी भी कामुकता से कैसे जोड़ा जा सकता है?? सेक्स को हमारे बेडरूम तक सीमित क्यों नहीं रखा जा सकता? इसे राष्ट्रीय पहचान क्यों बनना चाहिए? यह विचित्र है।”

लोगों ने व्यक्त की अपनी प्रतिक्रीया

सोशल मीडिया पर वीडियो के प्रसारित होने के बाद, नेटिज़ेंस ने “द लास्ट सपर” प्रदर्शन पर अपनी राय व्यक्त की। एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, “यह पागलपन है। द लास्ट सपर में जीसस और शिष्यों की जगह ड्रैग में पुरुषों को रखकर अपने कार्यक्रम की शुरुआत करना। पृथ्वी पर 2.4 बिलियन ईसाई हैं, और जाहिर तौर पर ओलंपिक उन सभी को जोर से घोषणा करना चाहता था, कि उनका स्वागत नहीं है।”

एक अन्य उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, “दुनिया के सभी ईसाई जो #Paris2024 समारोह देख रहे हैं और अंतिम भोज की इस ड्रैग क्वीन पैरोडी से अपमानित महसूस कर रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि यह फ्रांस नहीं बोल रहा है, बल्कि वामपंथी अल्पसंख्यक हैं जो किसी भी उकसावे के लिए तैयार हैं। #notinmyname”

एक तीसरे उपयोगकर्ता ने कहा, “सबसे पहले, उन्होंने पेरिस में लेस इनवैलिड्स पर क्रॉस को फ्रांस में 2024 ओलंपिक खेलों के आधिकारिक पोस्टर के लिए एक अलग डिज़ाइन के साथ बदल दिया। अब, उन्होंने उद्घाटन समारोह में यीशु के अंतिम भोज का मज़ाक उड़ाया है।”