India News (इंडिया न्यूज), Tata Group: कंगाली से गुजर रहे पाकिस्तान को भारत ने टाटा ग्रुप आर्थिक रुप से पछाड़ दिया है। दरअसल, टाटा ग्रुप का मार्केट कैप करीब 365 अरब डॉलर यानी 30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंच गया है, जिसके साथ ही ये  पाकिस्तान की जीडीपी से भी ज्यादा है। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान की जीडीपी लगभग 341 अरब डॉलर है।

टाटा समूह के सभी बिजनेस में, आईटी क्षेत्र की कंपनी टीसीएस का मार्केट कैप लगभग 15 लाख करोड़ रुपये या 170 अरब डॉलर है। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक, अकेले टीसीएस पाकिस्तान की नकदी संकट और कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्था का आधा हिस्सा है। हालांकि टाटा समूह की सभी कंपनियों ने समूह के कुल बाजार मूल्य में वृद्धि में योगदान दिया है, लेकिन टाटा मोटर्स और ट्रेंट का सबसे बड़ा योगदान रहा है।

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टाटा मोटर्स के शेयरों में हुई बढ़ोतरी

बता दें कि महज एक साल में टाटा मोटर्स के शेयरों में 110 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।  जबकि ट्रेंट के शेयरों में 200 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा टाटा टेक्नोलॉजीज, टीआरएफ, बनारस होटल्स, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन, टाटा मोटर्स, ऑटोमोबाइल कॉरपोरेशन ऑफ गोवा और आर्टसन इंजीनियरिंग जैसे शेयरों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा ग्रुप की कम से कम 25 कंपनियां स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध हैं और उनमें से केवल एक टाटा केमिकल्स की कीमत में एक साल में 5% की गिरावट आई है। लेकिन ये सिर्फ समूह की सूचीबद्ध कंपनियां हैं। टाटा समूह के अंतर्गत कई गैर-सूचीबद्ध कंपनियां हैं, जिनमें टाटा संस, टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एयर इंडिया शामिल हैं।

सबसे खराब स्तिथि में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था

बता दें कि पाकिस्तान इतिहास के सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। पड़ोसी देश 125 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज और देनदारियों से जूझ रहा है. देश जुलाई से शुरू होने वाले 25 अरब डॉलर के विदेशी ऋण का भुगतान करने के लिए धन जुटाने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा, पाकिस्तान का 3 अरब डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम अगले महीने समाप्त होने वाला है, जिससे उसकी वित्तीय चुनौतियां और बढ़ जाएंगी।

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