India News (इंडिया न्यूज़), Kangana Ranaut Emergency: धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुँचाई जा सकती, सरकारी सूत्रों ने एक मीडिया रिपोर्ट में बताया कि क्यों केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की आगामी जीवनी पर आधारित राजनीतिक ड्रामा ‘इमरजेंसी’ (Emergency) की रिलीज को स्थगित कर दिया है। फिल्म निर्माताओं ने शुरुआत में बोर्ड से मंजूरी लिए बिना ही रिलीज की तारीख 6 सितंबर तय कर दी थी।
टाल दी गई कंगना रनौत की इमरजेंसी
मीडिया रिपोर्ट के सूत्रों ने कहा, “कुछ धार्मिक संगठनों ने इस बारे में चिंता जताई है। धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती। फिल्म में कुछ संवेदनशील विषय-वस्तु है।” उन्होंने कहा, “सरकार इसे गंभीरता से ले रही है।” बता दें कि फिल्म, जिसमें अभिनेत्री से राजनेता बनी कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, वो 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी।
हालांकि, इसकी रिलीज की तारीख, जिसे पहले कई बार टाला गया था, फिर से टाल दी गई है। यह स्थगन भाजपा सांसद द्वारा दावा किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है कि फिल्म की मंजूरी इसलिए “रोकी गई” क्योंकि सीबीएफसी के सदस्यों को “धमकियां” मिली थीं।
इमरजेंसी के ट्रेलर रिलीज के बाद शुरू हुआ विवाद
फिल्म को लेकर विवाद कुछ हफ्ते पहले शुरू हुआ था, जब 14 अगस्त को 2.43 मिनट का ट्रेलर रिलीज किया गया था। ट्रेलर में अलगाववादी खालिस्तान आंदोलन के नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले को एक धूर्त व्यक्ति के रूप में दिखाया गया है, जिसने एक अलग सिख राज्य के बदले में मतदाताओं को कांग्रेस में लाने का वादा किया था। ट्रेलर के दर्शकों ने फिल्म निर्माताओं की इस बात के लिए आलोचना की है कि उन्होंने कहानी का सिर्फ़ एक पक्ष दिखाया है और अकाल तख्त साहिब पर बमबारी तथा ऑपरेशन ब्लू स्टार के कारण हुई मौतों जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं को नज़रअंदाज़ किया है।
प्रतिबंध लगाने की हुई मांग
जवाब में, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र भेजकर फिल्म की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। संगठन का आरोप है कि ट्रेलर “सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश करता है” और उन्हें डर है कि फिल्म “नफरत भड़का सकती है।” इस बीच, पंजाब और तेलंगाना सहित पूरे भारत में कई सिख संगठनों ने फिल्म इमरजेंसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।