India News (इंडिया न्यूज़), Kareena Kapoor Responds To Controversy Over Her Book Pregnancy Bible Title: बॉलीवुड की प्रमुख अभिनेत्रियों में से एक करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) हैं। पिछले कुछ सालों में 43 वर्षीय करीना ने स्क्रीन पर अपने बहुमुखी अभिनय से अभिनय में अपनी योग्यता साबित की है। हालांकि, करीना ने खुद को सिर्फ़ अभिनय तक ही सीमित नहीं रखा, उन्होंने अन्य चीज़ों के अलावा लेखन में भी हाथ आजमाया। साल 2021 में उन्होंने अदिति शाह भीमजानी के साथ मिलकर करीना कपूर खान की प्रेग्नेंसी बाइबल: द अल्टीमेट मैनुअल फ़ॉर मॉम्स-टू-बी नामक एक किताब लिखी।
करीना ने किताब के टाइटल पर कानूनी नोटिस का दिया जवाब
आपको बता दें कि इसी किताब ने करीना कपूर को तब मुश्किल में डाल दिया, जब उन्हें मई 2024 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से उनके गर्भावस्था संस्मरण में ‘बाइबल’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए कानूनी नोटिस मिला। कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, क्रिस्टोफर एंथनी नामक एक वकील ने ‘बाइबल’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर आपत्ति जताई और ईसाई समुदाय की ओर से एक याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि संस्मरण के शीर्षक में ‘बाइबल’ शब्द का इस्तेमाल उनके धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
27 अगस्त 2024 को करीना कपूर ने आखिरकार कुछ महीने पहले उन्हें जारी किए गए कानूनी नोटिस का जवाब दिया। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्ट्रेस के वकील दिव्य कृष्ण बिलैया और निखिल भट्ट ने कोर्ट में पेश होकर स्पष्ट किया कि करीना का कभी भी किसी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने या किसी समुदाय को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था।
यह बयान उस याचिका पर आपत्ति के तौर पर आया है, जिसमें अभिनेत्री की किताब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की गई थी, जिसे उन्होंने अपना ‘तीसरा बच्चा’ भी कहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले की अगली सुनवाई मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में 10 सितंबर 2024 को होनी है, जिसकी अध्यक्षता जस्टिस जीएस अहलूवालिया करेंगे।
करीना कूपर की प्रेग्नेंसी बाइबल के खिलाफ क्या थी याचिका?
इससे पहले जबलपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता क्रिस्टोफर एंथनी ने अपनी याचिका में कहा था कि ‘बाइबल’ शब्द पूरी दुनिया में ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक है। उन्होंने कहा, “बाइबल पूरी दुनिया में ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक है और करीना कपूर खान की प्रेग्नेंसी की तुलना बाइबल से करना गलत है।” हालांकि, उनकी पिछली याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था क्योंकि वह यह साबित करने में विफल रहे कि करीना की किताब में ‘बाइबल’ शब्द किस तरह से आपत्तिजनक है।
इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता ने अतिरिक्त सत्र न्यायालय में अपील की, जिसे खारिज कर दिया गया। हालांकि, बाद में मई 2024 में करीना, विक्रेताओं और पुस्तक के प्रकाशक को कानूनी नोटिस जारी किया गया। इस बीच यह पहली बार नहीं था कि जब किसी ने करीना की किताब में ‘बाइबल’ शब्द पर आपत्ति जताई थी। जब उन्होंने 2021 में अपनी किताब जारी की थी, तो एक अन्य ईसाई संगठन ने चिंता जताई थी और कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के बहाने उनके और दो अन्य के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।