INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़) (Shakti) Bihar News Updates : बिहार के सुपौल से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां जदिया थाना क्षेत्र के जदिया वार्ड 14 में महिलाओं के आपसी विवाद हो गया। जिसके बाद भतीजा ने चाचा को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। घटना में चाचा को पीठ पर दाएं साइड में गोली लगी और सीने से बाहर निकल गई। जख़्मी चाचा को परिजनों द्वारा गंभीर अवस्था में अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में भर्ती कराया गया। लेकिन अस्पताल में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था देखने को मिला।

दरअसल अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में बिजली के अभाव में जहां ड्यूटी पर तैनात डॉ. बीएन पासवान की निगरानी में जख्मी व्यक्ति का प्राथमिक उपचार मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में किया गया। इसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। आजादी के इतने सालों बाद आज भी देश के इलाकें ऐसे हैं जहां पर बिजली का अभाव है।

टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीज का इलाज

अनुमंडलीय अस्पताल से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई और वह यह थी कि गोली लगने से जख्मी व्यक्ति का उपचार सरकारी अस्पताल में मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में की गई। जिस वक्त जख्मी मरीज का उपचार चल रहा था। उस बिजली नहीं थी और बिजली नहीं रहने के कारण डॉक्टर को इस इमरजेंसी पेसेंट का उपचार लगभग आधे घंटे तक मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा। जो सरकार के बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के खोखले दाबे का ज्वलंत उदाहरण है।

भतीजे ने चलाई गोली

यह आलम यहीं नहीं रुका, जब घटना की सूचना पर त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपीन कुमार अपने पुरे दलबल के साथ अस्पताल पहुंचे तो उस वक्त भी लाइट कटी थी। घटना के संबंध में जख्मी जदिया वार्ड 14 निवासी अशोक मंडल ने बताया कि लेडिज वगेरह में आपस में लड़ाई-झगड़ा हो रहा था। इसी बीच-बचाव के क्रम में मेरे बड़े भाई का लड़का यानी मेरा भतीजा आया और हमको पीछे से गोली मारकर जख्मी कर दिया।

चल रही है इंवेस्टिगेशन

त्रिवेणीगंज के एसडीपीओ विपीन कुमार ने बताया कि जदिया वार्ड 14 निवासी अशोक मंडल को उसके दियादी झगड़ा में जगदीश मंडल के पुत्र जीवन मंडल उर्फ जुम्मन मंडल के द्वारा गोली मारी गई। एक आदमी को गोली लगी है। आरोपी की शिनाख्त हो गई है। उसे गिरफ्तार कर हिरासत में भी ले लिया गया है। अभी झगड़े की वजह कुछ क्लियर नहीं हुआ है। हमलोग अनुसंधान कर रहे हैं, जल्द पता चल जाएगा।

स्वास्थ्य प्रबंधक नीरज चौधरी ने कहा, “जेनरेटर खराब हो गया है, तेल नहीं है।”

इसके साथ ही इस दौरान जो अस्पताल में अंधेरा था इस मामले पर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक नीरज चौधरी ने बयान दिया। उन्होने बताया कि सब एनजीओ का प्रॉब्लम है। बार-बार इस तरह की बात होती है। बार-बार एनजीओ को लेटर दिया गया है। बोला जाता है कि जेनरेटर खराब हो गया है, तेल नहीं है।

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