महापीर चक्र से सम्मानित मेजर ने जंग में पाकिस्तान के कई टैंक किए थे तबाह
इंडिया न्यज, लुधियाना:
4 हारस रेजीमेंट द्वारा रविवार को फिलोरा की लड़ाई के हीरोज को याद करते रोज गार्डन के बाहर शहीद मेजर भूपिंदर सिंह की यादगार पर श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। 4 हारस रेजीमेंट के एजुडेंट कैप्टन सिद्धार्थ सिंह ने एक छोटी टुकड़ी के नेतृत्व किया और मेजर भूपिंदर सिंह को श्रद्धांजलि भेंट की। जिनको महावीर चक्र के साथ सम्मानित किया गया था। इस मौके शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया। जिक्रयोग है कि फिलोरा की लड़ाई भारत-पाक 1965 की लड़ाई के दौरान लड़ी गई सबसे बड़ी टैंक लड़ाइयों में से एक थी। मेजर भूपेंद्र सिंह ने 11 से 19 सितंबर तक इस जंग में बहादुरी के साथ अपने दस्ते  का नेतृत्व किया और बहादुरी के साथ युद्ध करते फिलोरा और सोदरेके  में दुश्मन के कई टैंकों को तबाह किया। 19 सितंबर को दुश्मन फौज द्वारा उनके टैंक पर जबरदस्त हमला किया गया और टैंक आग लगने की चपेट में आ गया । मेजर भूपिंदर सिंह को इस टैंक में से बाहर निकाला गया और मिलिट्री अस्पताल दिल्ली में भेज दिया गया। जहां 3 अक्टूबर 1965 को उन्होंने दम तोड़ दिया।