(दिल्ली) : इस्लामिक कंट्री तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से भारी तबाही मची है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों देशों में भूकंप से अभी तक करीब 4300 लोगों की मौत की खबरें सामने आ रही है। वहीं 15 हजार से अधिक घायल लोगों की संख्या बताई जा रही हैं। दोनों देशों में आए विनाशकारी भूकंप के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच एक नया वाकया सामने आया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरत में पड़ जा रहा है। दरअसल तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप आएगा, इस बात की भविष्यवाणी तीन दिन पहले ही कर दी गई थी। तब इस भविष्यवाणी का लोगों ने मजाक उड़ाया था। बता दें, विनाशकारी भूकंप पर भविष्यवाणी भूकंपीय गतिविधि का अध्ययन करने वाले सोलर सिस्टम जियोमेट्री सर्वे (SSGEOS) के एक रिसर्चर्स फ्रैंक हूगरबीट्स ने तीन फरवरी को ही कर दिया था। लेकिन तब उनकी बातों को सीरियसली नहीं लिया गया।
तीन दिन पहले ही दी थी भूकंप की चेतावनी
मालूम हो, सोलर सिस्टम जियोमेट्री सर्वे (SSGEOS) के रिसर्चर्स फ्रैंक हूगरबीट्स ने तीन फरवरी को ट्वीट करते हुए लिखा था कि आज नहीं तो कल दक्षिण-मध्य तुर्किए (तुर्की), जॉर्डन, सीरिया और लेबनान के आसपास के क्षेत्र में 7.5 तीव्रता का भूकंप आएगा। हालांकि तब उनके ट्वीट को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। यहां तक लोगों ने उन्हें एक झूठा वैज्ञानिक करार देते हुए जमकर मजाक उड़ाया था।
भूकंप पर दोनों भविष्यवाणी हुई सच
सबसे बड़ी बात तो यह है कि सोमवार को एक बार भूकंप आने के बाद हूगरबीट्स ने अपनी शोध एजेंसी SSGEOS के एक पोस्ट को रीट्वीट किया, जिसमें एक फिर से एक बड़े भूकंप की आशंका जताई थी। हूगरबीट्स की भविष्यवाणी एक बार फिर सच साबित हुई और उनके ट्वीट के लगभग तीन घंटे बाद तुर्किए में 7.6 की तीव्रता वाला दूसरा भूकंप आया। विनाशकारी भूकंप ने हजारों जिंदगियां छीन ली। अगर हूगरबीट्स भविष्यवाणी पर बात की जाए तो उनकी दोनों भविष्वाणी सच साबित हुई।
हूगरबीट्स ने ट्वीट कर जताया दुःख
बता दें, अपनी दोनों भविष्यवाणी सच होने यानि तुर्की और सीरिया में भीषण भूकंप आने के बाद हूगरबीट्स ने दुःख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मध्य तुर्की में बड़े भूकंप से प्रभावित सभी लोगों के लिए मेरा दिल दुःखी है। मैंने पहले ही कहा था, आज नहीं तो कल इस क्षेत्र में वर्ष 115 और 526 की तरह विनाशकारी भूकंप आएगा। हूगरबीट्सने यह भी खा कि ऐसे भूकंप हमेशा महत्वपूर्ण ग्रहों के रेखागणित से पहले आते हैं।