इंडिया न्यूज,चंडीगढ़ :
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर के नेतृत्व में विधानसभा ने शुक्रवार को पिछले सत्र से लेकर अब तक दिवंगत हुर्इं प्रसिद्ध शख्सियतों, स्वतंत्रता सेनानियों, खेल व राजनीतिक शख्सियतों के अलावा सिविल और पुलिस प्रशासन के सीनियर अधिकारियों को श्रद्धांजलि भेंट की। श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित 15वीं विधानसभा के एक दिवसीय सत्र की शुरुआत में केंद्रीय राज्य मंत्री आर.एल. भाटिया, पूर्व मंत्री गुरनाम सिंह अबुल खुराना, गुलजार सिंह, सुरजीत कौर कालकट, चौधरी राधा कृष्ण और इन्द्रजीत सिंह जीरा, पूर्व मुख्य संसदीय मैंबर जगदीश साहनी के अलावा पूर्व विधायक सुखदर्शन सिंह मराड़ और जगराज सिंह गिल को श्रद्धांजलि भेंट की गई। सदन ने शहीद सिपाही प्रभजीत सिंह को भी श्रद्धांजलि भेंट की। इसके अलावा स्वतंत्रता सेनानी काला सिंह, गुरदेव सिंह, रणजीत सिंह और सुलक्खन सिंह को भी श्रद्धांजलि भेंट की गई। प्रसिद्ध खेल हस्तियों मिलखा सिंह और मान कौर (दोनों एथलीट) को भी श्रद्धा के सुमन अपर्ति किए गए। सदन ने राज्य के पूर्व मुख्य सचिव वाई.एस. रत्तड़ा और पूर्व डी.जी.पी. मुहम्मद इजहार आलम को भी याद किया। इसके अलावा सेंटर आॅफ रिसर्च आॅन रुरल एंड इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट (क्रिड) के संस्थापक रशपाल मल्होत्रा को भी श्रद्धा सुमन भेंट किए गए। सदन ने महिन्दर कौर (कैबिनेट रैंक) और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व सदस्य कुलदीप सिंह धोस को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। खेल और युवा मामलों के मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने क्रिकेटर यशपाल शर्मा और भारतीय वॉलीबाल टीम के पूर्व कप्तान और मरहूम मिल्लखा सिंह की पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह के नाम का प्रस्ताव भी श्रद्धांजलि के लिए रखा। इसके साथ ही नाभा से विधायक रणदीप सिंह ने शहीद गुरजंट सिंह का नाम, रायकोट से विधायक जगतार सिंह ने शहीद सब-इंस्पेक्टर गुरमुख सिंह और आदमपुर से विधायक पवन कुमार टीनू ने बाबा भाग सिंह यूनिवर्सिटी के चांसलर संत बाबा दिलावर सिंह के नाम श्रद्धांजलि सूची में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। सदन के उपरोक्त सदस्यों के अनुरोध पर स्पीकर राणा कंवरपाल सिंह ने इन नामों को श्रद्धांजलि सूची में दर्ज करने की सहमति दी। सदन ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को भी श्रद्धांजलि भेंट की।
इस मौके पर दिवंगत आत्माओं की याद में सम्मान के तौर पर दो मिनट का मौन रखा गया। स्पीकर की तरफ से उन सदस्यों को श्रद्धांजलि का प्रस्ताव पेश किया गया, जिनका पिछले सेशन के बाद अकाल निधन हो गया था। दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि के बाद संबन्धित परिवारों को सदन की तरफ से प्रकट किए गए शोक के बारे में अवगत करवाने के लिए ध्वनि मत से पारित किया गया।