India News (इंडिया न्यूज़), US: मोनिका लेविंस्की व्हाइट हाउस की पूर्व इंटर्न जो अब एंटी बूलिंग कार्यकर्ता हैं कपड़ों के ब्रांड रिफॉर्मेशन द्वारा शुरू किए गए एक अभियान का चेहरा बन गई हैं। पीपुल मैगज़ीन के अनुसार सुश्री लेविंस्की जो पिछले साल जुलाई में 50 साल की हो गईं इस साल नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले जागरूकता फैला रही हैं।
ज़ोए ग्रॉसमैन द्वारा खींचे गए ‘यू हैव गॉट द पावर’ अभियान में सुश्री लेविंस्की को ऑफिस-रेडी सूटिंग, क्रिस्प बेल्ट ड्रेस, चमड़े के ट्रेंच कोट और कई अन्य पोशाकों में पावर पोज़ की एक सीरीज पेश करते हुए दिखाया गया है।
मतदान को लेकर कही यह बात
अभियान की घोषणा करते हुए एक विज्ञप्ति में कहा “मतदान हमारी आवाज को सुनने के लिए है और यह लोकतंत्र का सबसे निर्णायक और शक्तिशाली पहलू है। मतदान हमेशा महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इस वर्ष मतदाताओं की हताशा और उदासीनता मतदान को सार्थक रूप से प्रभावित करने की धमकी दे रही है।” ।
पीपल के अनुसार नई फैशन लाइन-अप को Vote.org के सहयोग से बनाए गए वन-स्टॉप वोटिंग हब के साथ लॉन्च किया जाएगा।
दशकों से कर रही हैं महिलाओं को लेकर वकालत
प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा गया कि “एक और चेहराविहीन ब्रांड जो आपको वोट देने के लिए कह रहा है, वह सफल नहीं होने वाला है, इसलिए उन्होंने किसी ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ मिलकर काम किया जो ऐसा कर सके। एक चेंजमेकर और कार्यकर्ता के रूप में, मोनिका दशकों से महिलाओं को अपनी आवाज़ का इस्तेमाल करने और अपनी शक्ति को अपनाने की वकालत कर रही हैं।” ।
अभियान के हिस्से के रूप में, रिफॉर्मेशन Vote.org को दान देगा और ‘यू हैव गॉट द पावर’ लाइन से प्राप्त सभी आय से संगठन को लाभ होगा।
ये भी पढ़ें- टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर ने कप्तान को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा – Rohit Sharma अगले MS Dhoni
मतदाताओं की उदासीनता एक मुद्दा
50 साल की उम्र में एक फैशन आइकन बनने के बारे में बोलते हुए, सुश्री लेविंस्की ने एले को बताया कि 202 के चुनावों से पहले मतदाताओं की उदासीनता एक मुद्दा है।
उन्होने कहा “हमने सर्वेक्षणों में देखा है कि मतदाताओं में हताशा और उदासीनता बढ़ी है। हम सभी को एक-दूसरे को याद दिलाना होगा कि हम इसे वोट देने की आवश्यकता के आड़े नहीं आने दे सकते, इसी तरह हम अपनी आवाज का उपयोग करते हैं। यही है हमारी शक्ति कहां है,” ।
महिलाओं को लेकर कही यह बात
सुश्री लेविंस्की ने कहा कि वह महिलाओं को सशक्त महसूस करने में मदद करने के लिए अभियान का उपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह अजीब लगेगा या नहीं, लेकिन मुझे लगता है कि महिलाओं को अधिक सशक्त महसूस करने का एक तरीका उन स्थानों को पहचानना है जहां उन्हें अधिक सहायता की आवश्यकता हो सकती है और उस सहायता के लिए पूछना है।”
ये भी पढ़ें-लंदन के रेस्टोरेंट बेटी Vamika के साथ दिखे Virat Kohli, यहां देखें वायरल तस्वीरें
मोनिका लेविंस्की
1990 के दशक के अंत में व्हाइट हाउस की 22 वर्षीय प्रशिक्षु सुश्री लेविंस्की तब सुर्खियों में आई थीं, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ उनके संबंध के कारण उनका राष्ट्रपति पद लगभग समाप्त हो गया था और अंततः उन पर महाभियोग चलाया गया, हालांकि सीनेट उन्हें दोषी ठहराने और पद से हटाने में विफल रही।।
इस घोटाले के कारण सुश्री लेविंस्की को वर्षों तक अपमानित होना पड़ा, मामले का विवरण सार्वजनिक होने के बाद क्लिंटन समर्थकों ने उनकी निंदा की थी। वर्षों तक उपहास सहने के बाद सुश्री लेविंस्की ने धमकाने-विरोधी अभियान का बीड़ा उठाया है और इसके प्रबल समर्थकों में से एक बन गई हैं।
https://www.youtube.com/live/FLsBcwDT26I?si=2F3N0kW8C9myStgj
ये भी पढ़ें-Virat Kohli के आईपीएल खेलने को लेकर यह क्या बोल गए सुनील गावस्कर, ब्रेक को लेकर कही यह बात