गौरी कुण्डलिया ने कहा कि अपने सीनियर से ली सिख
- कॉलेज समय से ही नीली वर्दी पर आया था दिल
- 2002 में ज्वाइन की एयर फाॅर्स अकादमी
- इंजिनिअरींग करने के बाद भी बनी पायलट
- परिवार ने किया स्पोर्ट
- मिला गैलेंट्री अवार्ड
- 14 से 15 दिन परिवार से दूर रह कर करना पड़ता काम
- इंडियन एयर फाॅर्स में सीनियर ने किया था स्पोर्ट – गौरी कुण्डलिया
- सोसाइटी के लोगों का करना पड़ा था सामना
- सीनियर के स्पोर्ट से यहां तक पहुंचे
- खुद पर विश्वास रखने और मेहनत करने के बाद सफलता मिलता है- प्रीत मारिया डिसूज़ा