West Bengal Nabanna Abhiyan: पश्चिम बंगाल की राजनीति में फिर से घमासान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी नेताओं ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, अपने दिग्गज नेताओं के नेतृत्व में राज्य के बीजेपी नेताओं ने नबान्न अभियान छेड़ दिया है। राज्य सचिवालय नबान्न की तरफ से सभी कार्यकर्ता मार्च निकाल रहे हैं।
पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को लिया हिरासत में
इसी बीच एक और खबर सामने आ रही है कि बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच रानीगंज रेलवे स्टेशन के बाहर झड़प हो गई है। जिसके बाद कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बता दें कि इस अभियान के लिए पुलिस की तरफ से बीजेपी को अनुमति नहीं दी गई थी।
उत्तर कोरिया की तरह बंगाल में तानाशाही कर रहीं ममता बनर्जी
बीजेपी नेता और बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेन्दु अधकारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने उन्हें उस दौरान हिरासत में लिया जब वो नबान्न मार्च में शामिल होने के लिए जा रहे थे। सुवेंदु ने हिरासत में लिए जाने के बाद कहा कि यह एक शांतिपूर्ण आंदोलन है। यह आंदोलन भ्रष्टाचार तथा बेरोजगारी के खिलाफ हल्लाबोल है। ममता जी के साथ बंगाल की जनता नहीं है, जिस वजह से वह उत्तर कोरिया की तरह बंगाल में तानाशाही कर रही हैं। सुवेन्दु अधकारी के अलावा पुलिस ने लॉकेट चटर्जी और राहुल सिन्हा को भी गिरफ्तार कर लिया है।
बेरिकेडिंग के कारण हावड़ा ब्रिज पर लगा जाम
भारतीय जनता पार्टी के नबान्न चलो अभियान के चलते पुलिस द्वारा लगाई गई बेरिकेडिंग के कारण हावड़ा ब्रिज पर काफी भारी ट्रैफिक जाम लग गया है।
रेलवे स्टेशनों पर भी लगाए गए बैरिकेड्स
जानकारी दे दें कि नबान्न मार्च में शामिल होने के लिए बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ता ट्रेनों से कोलकाता पहुंच रहे हैं। जिसके मद्देनजर रेलवे स्टेशनों पर भी पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए हैं।
पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प
बीजेपी नेता नेता अभिजीत दत्ता ने इसे लेकर कहा है कि “पुलिस ने हमारे 20 कार्यकर्ताओं को दुर्गापुर रेलवे स्टेशन के पास रोक लिया है। मैं दूसरे रास्तों से गुजरकर यहां पर पहुंचा हूं।” इसके साथ ही पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच बोलपुर रेलवे स्टेशन के अंदर भी झड़प हो गई है।
Nabanna Abhiyan
हावड़ा में हुई भारी पुलिस बल की तैनाती
भाजपा की नबान्न मार्च को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने हावड़ा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। यहां पर आने-जाने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। जानकारी दे दें कि राज्य की बीजेपी को प्रदेश पुलिस ने सोमवार देर शाम पत्र लिखकर नबान्न अभियान की अनुमति देने से मना कर दिया था। जिसके बाद से ही बंगाल भाजपा और ममता बनर्जी सरकार के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई।
टीएमसी को बीजेपी ने घेरा
बीजेपी को नबान्न मार्च की अनुमति न मिलने की वजह से राज्य बीजेपी अध्यक्ष एस मजूमदार ने कहा है कि “जनता चोरों से प्रदर्शन करने की अनुमति क्यों लेगी? पुलिस टीएमसी कैडरों की तरह व्यवहार कर रही है। पिछली बार हमने नबान्न मार्च किया था, उस समय धारा 144 लगाई गई थी और हम फिर से करेंगे। बंगाल को बचाने के लिए यह हमारी लड़ाई है।”
बंगाल के लोगों को ममता सरकार ने क्यों दिया धोखा?
इसके अलावा बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा है कि बीजेपी कल होने वाले नबान्न चलो अभियान की तैयारी में जुटी है। यह भारतीय जनता पार्टी का विरोध नहीं है, बल्कि यह बंगाल के सभी लोगों का विरोध है। ममता बनर्जी को इसका जवाब देना ही होगा कि बंगाल के लोगों को उनकी सरकार ने धोखा क्यों दिया?
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