इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Why Sleep After Lunch: कहते हैं कि अच्छे स्वस्थ्य के लिए छह से आठ घंटे की नींद बहुत जरुरी होती है, लेकिन 24 घंटे नींद में ही रहना भी सबसे बड़ी समस्या है। इस कारण कई लोगों के कामकाज में फर्क पड़ता है। कई लोगों की आदत होती है कि वह दोपहर का खाना खाने के बाद उन्हें झपकी लेनी ही है। क्या आपको पता है कि ये आपके डाइजेशन पैटर्न की वजह से भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि आफिस में लंच करने के बाद ही क्यों आती है ज्यादा नींद, कैसे पाएं इस समस्या से छुटकारा।
what type of food makes you sleep more?
- अमेरिकी रिसर्च अनुसार, आफिस में दोपहर के खाने में पनीर, चावल, सी फूड, नमकीन और मिठाई जैसा प्रोटीन वाला खाना नींद के लिए जिम्मेदार होता है। ऐसे खाने को स्लीपर्स भी कहा जाता है। आफिस में काम करने वाले लोग ज्यादा नमक, शक्कर और प्रोटीनयुक्त चीजें खाते हैं। इन्हें खाने के बाद आपके शरीर की नसों में खिंचाव कम होता है और मीठी-मीठी नींद आने लगती है।
- चावल एक आरामदायक खाना है। इसमें काबोर्हाइड्रेट होता है। ये शरीर के अंदर जाकर ग्लूकोज में बदल जाता है। ग्लूकोज को इंसुलिन की जरूरत होती है। शरीर में जब इंसुलिन बढ़ता है तो ये दिमाग को ट्रिप्टोफैन के फैटी एसिड में ले जाने की कोशिश करता है। इसकी वजह से मेलाटोनिन और सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ते हैं। इन हार्मोन की वजह से ही नींद और सुस्ती महसूस होती है।
खाना खाने के बाद क्या करना चाहिए? (what to do after eating)
- थोड़ा-थोड़ा खाएं। एक साथ ज्यादा खाना खाने के बजाय अपने एनर्जी लेवल को बनाए रखने के लिए हर घंटे कुछ न कुछ खाते रहें। खाना खाने के तुरंत बाद अपनी सीट पर दोबारा नहीं बैठना चाहिए, बल्कि थोड़ा टहलें। इससे ब्लड में आॅक्सीजन और एनर्जी लेवल बढ़ाने में मदद मिलती है।
- डिहाइड्रेशन की वजह से थकान, नींद, लो मूड और किसी काम में फोकस करने में काफी दिक्कत आती है। आपको आफिस में पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
खाने के बाद मीठा खाने की आदत है तो कोई फल खा लें। - शरीर में दोबारा एनर्जी बूस्ट करने के लिए पुदीने वाला च्यूइंगगम चबा सकते हैं। फिजियोलॉजी एंड बिहेवियर की जर्नल में प्रकाशित स्टडी अनुसार, च्यूइंगगम थकान कम करता है। हालांकि इसे ज्यादा खाने से साइड इफेक्ट भी हो सकता है।
नींद के लिए जिम्मेदार कौन?
काम करने के लिए हमारे शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है। यह एनर्जी खाने से हमें मिलती है। खाना पाचन तंत्र में पहुंचकर ग्लूकोज (एनर्जी) में बदल जाता है। एनर्जी मिलते ही हमें पेट भरा हुआ महसूस होता है। इसके साथ कोलेलिस्टोकिनिन और एमाइलिन नाम के हार्मोन रिजीज होते हैं। यह हमारे दिमाग को झपकी का संकेत देते हैं, जिससे नींद महसूस होती है।
किस तरह का खाना खाने से नींद नहीं आती?
दोपहर के समय चावल की जगह रोटी खानी चाहिए। आॅफिस में लंच बाक्स में उबली सब्जियां लेकर जाएं। आलू और मीठा खाने से बचें। मौसमी फल रोजाना खाना चाहिए। लंच में दही को शामिल करें। लंच में दाल, राजमा और अंकुरित अनाज भी शामिल कर सकते हैं।
सारा दिन में कितनी नींद लेना चाहिए?
हर व्यक्ति की नींद का तरीका अलग-अलग होता है। रिसर्च कहती है कि स्लीपिंग पैटर्न और स्लीपिंग डिसआॅर्डर वंशानुगत हैं। यही वजह है कि कुछ लोग सात घंटे सोने के बाद फ्रेश रहते हैं, तो कुछ नौ घंटे सोने के बाद भी रिलैक्स नहीं दिखते।
Why Sleep After Lunch
Connect With Us : Twitter Facebook