नई दिल्ली। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आगामी 3 जनवरी उत्तरप्रदेश में दाखिल होगी। इससे पहले ही तैयारियां तेज हो चुकी है। केरल के कन्याकुमारी से शुरू होकर 9 राज्य होते हुए यात्रा बीते शनिवार को दिल्ली पहुंची है। नए साल के छोटे से ब्रेक के बाद यात्रा 3 जनवरी से शुरू होकर देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में दाखिल होगी। कांग्रेस की ओर से यात्रा में शामिल होने के लिए सोमवार को प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा प्रमुख अखिलेश यादव को आमंत्रण भेजा गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख चौधरी जयंत सिंह व बसपा सुप्रीमो मायावती को भी आमंत्रण भेजा गया है। आज सोमवार को अखिलेश यादव ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र कर कहा है कि” मै भारत जोड़ो यात्रा के भावना के साथ हूं”।
उत्तरप्रदेश की यात्रा अहम
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा उत्तरप्रदेश में चार दिनों 110 किमी की यात्रा को तय करेगी। इस दौरान 3 जिले गाजियाबाद, बागपत और कैराना होते हुए यात्रा हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी। कांग्रेस पार्टी के द्वारा इस उत्तरप्रदेश में इस यात्रा को सफल बनाने के लिए एक विशेष टीम को जिम्मेदारी दी गई है जिसका नेतृत्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद कर रहें हैं। बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान कांग्रेस पार्टी उत्तरप्रदेश के सभी विपक्षी दलों को निमंत्रण भेज 2024 के आम चुनाव के लिए एक मजबूत रूप रेखा तैयार करने का प्रयास कर रही है। अगर यात्रा में विपक्ष के बड़े चेहरे शामिल होते हैं तो यकीनन इसका बड़ा संदेश उत्तरप्रदेश के जनता के बीच जाएगा। जिसका लाभ विपक्षी दलों को मिलेगा।
कांग्रेस पार्टी यह अच्छी तरह समझती है कि 2024 के आम चुनाव में उत्तरप्रदेश की भूमिका कितनी अहम है। बिना उत्तरप्रदेश के जनता का समर्थन प्राप्त हुए 2024 के जंग को जीता नहीं जा सकता है। कांग्रेस पार्टी चाहेगी कि उन्हें दोबारा से वो समर्थन प्राप्त हो जो उन्हें पूर्व में उत्तरप्रदेश के जनता के द्वारा मिलता रहा है।