India News (इंडिया न्यूज), Godhra Train Fire: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के दरभंगा में शनिवार (4 मई) को एक चुनावी सभा में कहा कि राजद अध्यक्ष और तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने साल 2002 में सोनिया मैडम के शासन के दौरान गोधरा में 60 से अधिक कार सेवकों को जिंदा जलाने के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने की कोशिश की। दरअसल फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस से अयोध्या से लौट रहे 60 से अधिक यात्रियों की गोधरा रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन में आग लगने से मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने 2002 के गोधरा ट्रेन आगजनी का मुद्दा उठाते हुए विपक्षी दलों पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी का लालू पर बड़ा आरोप
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह इस तुष्टीकरण की राजनीति के कारण है कि बिहार के शहजादा (तेजस्वी यादव) के पिता ने उन लोगों को बचाने की कोशिश की जो गोधरा ट्रेन जलाने की घटना के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने कहा कि वह (लालू प्रसाद) जो खुद चारा घोटाला मामलों में दोषी ठहराए गए हैं, तब रेल मंत्री थे। उन्होंने एक जांच समिति गठित की और एक रिपोर्ट बनवाई जिसने इस भयानक अपराध के दोषियों को दोषमुक्त कर दिया। लेकिन अदालत ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर एससी, एसटी और आदिवासियों से आरक्षण लूटने की कोशिश करने का आरोप लगाया, क्योंकि इन वंचित वर्गों का भारत के प्रति मोहभंग महसूस हुआ।
लालू यादव पर लगाया बड़ा आरोप
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय गुट आरक्षण को मुसलमानों की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहा है। वे डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर और जवाहरलाल नेहरू के विचारों के खिलाफ जा रहे हैं, जिनमें से कोई भी धार्मिक आधार पर आरक्षण के पक्ष में नहीं था। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का जिक्र करते हुए कहा कि एक शहजादा दिल्ली में और एक पटना में है। दोनों क्रमश: देश और बिहार को अपनी जागीर समझते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि उनकी मानसिकता तब उजागर हो गई जब उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए और सशस्त्र बलों के बारे में बुरा बोला।