India News (इंडिया न्यूज), Lok Sabha Election: कुछ राजनीतिक दलों ने अभी भी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है। जिन सीटों की घोषणा हुई थी वहां के लिए उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल करना शुरू कर दिया है। इस बीच नामांकन प्रक्रिया में विवाद भी शुरू हो गया। कानपुर में कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा के नामांकन में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला।
प्रस्तावक न होने के कारण गठबंधन सहयोगी सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी नाराज होकर नामांकन जुलूस छोड़कर चले गये। इस पर आलोक मिश्रा ने अमिताभ को फोन करके बुलाया, जिसके बाद नामांकन हो सका।
जुलूस में हंगामा
दरअसल, मंगलवार का दिन कानपुर लोकसभा सीट के लिए अहम दिन था। इस दिन बसपा और गठबंधन प्रत्याशियों ने अकबरपुर से और कांग्रेस और बसपा प्रत्याशियों ने कानपुर सीट से भी नामांकन दाखिल किया। कानपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी आलोक मिश्रा का नामांकन जुलूस निकला, जिसमें सपा और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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रास्ते में सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी को पता चला कि उनका नाम प्रस्तावक में नहीं है तो वह जुलूस छोड़कर चले गये। जब ये बात आलोक मिश्रा को पता चली तो उन्होंने अमिताभ को फोन किया और वापस आने के लिए मना लिया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि ‘अमिताभ, अगर आप वापस नहीं आए तो मैं नामांकन नहीं भरूंगा।’
अमिताभ बाजपेयी को बाहर रोक दिया गया
इसके बाद अमिताभ वापस आकर नामांकन दाखिल करने पहुंचे। लेकिन प्रशासन ने 5 से ज्यादा लोगों को अंदर जाने से मना कर दिया और यहां तक कि अमिताभ बाजपेयी को भी बाहर ही रोक दिया। इसके बाद आलोक नाराज हो गये और वहीं सड़क पर बैठ गये। इसके बाद किसी तरह आलोक मिश्रा अमिताभ को अंदर ले गए और उनका नामांकन कराया। हालांकि जब आलोक मिश्रा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने सभी बातों से इनकार करते हुए कहा कि अमिताभ राजा राम पाल की बारात में गए थे और थक जाने के कारण वह खुद सड़क पर बैठ गए थे।
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