India News (इंडिया न्यूज़), लोकसभा चुनाव 2024, बिहार: लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक है, रोज राजनीतिक दलों में कोई न कोई पलटफेर देखने को मिलता है। कभी कोई नेता किसी पार्ट को छोड़ता है, तो कोई पार्टी दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन कर लेती है। बिहार की राजनीति में ऐसा कहा जा रहा है कि जबसे जेडीयू का गठबंधन एनडीए से हुआ है, नीतिश कुमार की पावर कम हो गई है। क्या है पूरी खबर, पढ़िए इस रिपोर्ट में
सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीट हैं। बीजेपी ने नामांकन की प्रक्रिया से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर एलान कर दिया है। एनडीए 17 सीटोंं पर चुनाव लड़ेगी, वहीं जेडीयू 16 सीटों पर। एनडीए के एलान में पशुपति पारस के हिस्से में एक भी सीट हीं आई, वहीं उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी को एक-एक सीट देने की बात कही गई।
क्यों कहा जा रहा है बीजेपी को जेडीयू का बड़ा भाई
नीतीश कुमार का गठबंधन एनडीए से हुआ, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इस बात का जिक्र किया था कि उनका लक्ष्य बिहार में बीजेपी की सरकार को लाना है और सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से ये नजर भी आ रहा है। भले ही एनडीए और जेडीयू के सीट शेयरिंग में एक अंक का ही अंतर है, पर इसका नेतृत्व अधिकतम बीजेपी के द्वारा ही किया जा रहा है। जिसकी वजह से ऐसी चर्चाएं हो रही है कि नीतीश की पावर बिहार में कम हो चुकी है।