India News(इंडिया न्यूज),Lok Sabha Election 2024: सीपीएम की नजर अब राहुल गांधी के गढ़ वायनाड पर है। केरल में सहयोगी दल कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे के समझौते पर बातचीत फाइनल हो गई है। केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ने उन चार लोकसभा सीटों में से वायनाड को चुना है जहां पार्टी चुनाव लड़ सकती है। वायनाड लोकसभा सीट वही है जहां से राहुल गांधी फिलहाल लोकसभा सांसद हैं। हैदराबाद की बैठक में बंटवारे पर मुहर लग गई है। इस बीच चर्चा थी कि केरल में सीपीएम और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर दिक्कत हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। अगर सीपीएम राहुल गांधी की वायनाड सीट से चुनाव लड़ेगी तो राहुल गांधी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, इस पर तस्वीर साफ नहीं है।

सीपीएम महासचिव डी राजा ने रविवार को हैदराबाद में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा उन्हें वायनाड छोड़ने के लिए कहने पर कोई चर्चा नहीं हुई। लेकिन उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया।

2019 में वायनाड सीट पर दूसरे स्थान रही सीपीएम

डी राजा ने कहा कि वायनाड उन चार लोकसभा सीटों में से एक है जो सीपीएम को एलडीएफ के भीतर सीट-बंटवारे समझौते के हिस्से के रूप में मिली थी। फिलहाल इसे लेकर बातचीत अभी भी जारी है। पश्चिम बंगाल में हमें तीन सीटें मिली हैं। राहुल ने 2019 में वायनाड सीट पर दूसरे स्थान पर रहे सीपीएम उम्मीदवार के खिलाफ 4 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने 2009 और 2014 में भी यह सीट जीती थी, दोनों बार सीपीएम दूसरे स्थान पर रही थी।

डी राजा की पत्नी एनी ने क्या कहा?

डी राजा की पत्नी एनी सीपीएम की राष्ट्रीय महिला समाख्या महासचिव हैं। एनी ने कहा कि अगर राहुल कहीं और जाना चुनते हैं तो पार्टी के पास वायनाड में एक उम्मीदवार होने की संभावना है। कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति में डी राजा, राष्ट्रीय सचिव के नारायण और रामकृष्ण पांडा शामिल हैं।

दिल्ली में होगी विशेष चर्चा

चर्चा की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, ‘राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उस रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया जो भाजपा को सरकार में लौटने से रोकने के लिए अपनाई जानी चाहिए। सूत्र ने कहा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की केरल इकाई सबसे पहले कांग्रेस की राज्य इकाई के साथ बातचीत करेगी। इसके बाद तीन सदस्यीय समिति एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दिल्ली के अन्य लोगों से वायनाड लोकसभा सीट हमारे लिए छोड़ने की संभावना पर विचार करने के लिए कह सकती है।

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