India News MP (इंडिया न्यूज़),Indore News: जमीन का सरकारी खसरे पर होना उसके मालिकी हक और भू उपयोग को बताने के लिए आवश्यक होता है, लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर के 40 एकड़ में फैला जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और उसकी जमीन सरकारी खसरे यानी रिकॉर्ड में ही नहीं है। आपको बता दें कि खतरनाक हो रहे इस स्टेडियम को तोड़कर नया बनाने की योजना बनाने के लिए नगर निगम ने रिकॉर्ड खंगाले तब उनको इस बात का पता चला। अब स्टेडियम की जमीन को रिकॉर्ड पर दर्ज कराया जाएगा, जिससे जमीनी काम शुरू हो सके।

नई बिल्डिंग की घोषणा की थी

आपको बता दें कि रेसीडेंसी क्षेत्र में स्थित इस स्टेडियम का निर्माण 61 साल पहले हुआ था। यहां कई अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच हुए। अभी भी यहां शहर में सबसे अधिक खेल गतिविधियां होती हैं, लेकिन बिल्डिंग के कई हिस्से खतरनाक हो चुके हैं। डेढ़ साल पहले तत्कालीन CM शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के स्थापना दिवस पर नेहरू स्टेडियम की नई बिल्डिंग की घोषणा की थी।

जमीन सरकारी खसरे में नहीं

आपको बता दें कि मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि हमने कंसल्टेंट नियुक्त किया था। स्टेडियम के पुनर्विकास की योजना भी बना ली गई, लेकिन स्टेडियम की जमीन सरकारी खसरे में नहीं है। प्रशासनिक अफसरों को भी यह मामला संज्ञान में लाया गया है। सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज होने के बाद योजना पर आगे काम किया जाएगा।

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