India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सात जिलों से जब्त 80,000 किलो मादक पदार्थों को सीमेंट फैक्ट्री के भट्ठे में जलाकर नष्ट किया गया। गुरुवार सुबह शुरू हुई इस ऐतिहासिक प्रक्रिया ने दुनियाभर का ध्यान खींचा। 1400 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 16 घंटे में ब्राउन शुगर, गांजा, चरस, अफीम और एमडीएमए सहित 10 प्रकार के ड्रग्स पूरी तरह नष्ट कर दिए गए।
कैसे हुई रिकॉर्ड तोड़ प्रक्रिया?
उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, आगर-मालवा, देवास और शाजापुर जिलों से जब्त किए गए मादक पदार्थों को 22 ट्रकों में भरकर सीमेंट फैक्ट्री लाया गया। सुबह 7 बजे से शुरू हुई यह प्रक्रिया रात 11 बजे तक चली। फैक्ट्री के भट्ठे की गर्मी ने इन खतरनाक पदार्थों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, और इससे उत्पन्न ग्रीन फ्यूल का उपयोग उत्पादन प्रक्रिया में किया गया।
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नशे के सौदागरों को 8600 करोड़ का नुकसान
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन मादक पदार्थों की कीमत करीब 8600 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई न केवल नशे के कारोबार को बड़ा झटका है, बल्कि यह पर्यावरण-सुरक्षित तरीके से ड्रग्स नष्ट करने का भी एक मिसाल है। ड्रग्स नष्ट करने की प्रक्रिया के दौरान लगभग 200 पुलिसकर्मी तैनात रहे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक हरिशंकर शर्मा और एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त थी।
क्या-क्या जलाया गया?
जलाए गए पदार्थों में 168 किलो अफीम, ब्राउन शुगर, चरस, गांजा और एलप्राजोलम शामिल थे। इससे उत्पन्न ऊर्जा ने सीमेंट फैक्ट्री में कोयले का विकल्प बनते हुए उत्पादन प्रक्रिया को जारी रखा। यह ऐतिहासिक कदम नशे के खिलाफ जंग में मील का पत्थर साबित हुआ है, जिसने दुनियाभर में एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है।