India News (इंडिया न्यूज),Bhopal: भोपाल स्थित अटल बिहारी वाजपई हिंदी विश्वविद्यालय के 5 हो गए हैं। शनिवार को 5वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति ने बताया कि हिंदी विश्वविद्यालय में जल्द ही कृषि, इंजीनियरिंग और डेयरी संचालन के कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल मुख्य अतिथि थे। समारोह में टोटल 184 स्टूडेंट्स को उपाधियां दी गईं।
वेदनशील रहें
आपको बता दें कि राज्यपाल पटेल ने बतातया कि ज्ञानवान होना ही पर्याप्त नहीं है, ज्ञान को आचरण में उतारना भी जरूरी है। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान कवि, लेखक और राष्ट्रभक्त की स्मृति में स्थापित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं का दायित्व है कि वह देश, समाज, समुदाय, परिवार और वंचितों के प्रति संवेदनशील रहें।
उत्कृष्ट योगदान देने के लिए शुभकामनाएं दी
आपको बता दें कि राज्यपाल पटेल ने बताया कि, भावी जीवन में करियर की सफलताओं में माता-पिता, गुरुजन और समाज के जरूरतमंद पीछे नहीं छूटने चाहिए। पालकों के संघर्ष के पलों, समाज के सबसे पिछड़े, गरीब व्यक्ति के आपकी शिक्षा-दीक्षा में प्रत्यक्ष और परोक्ष सहयोग को सदैव याद रखें। उन्होने बताया कि दीक्षांत शपथ के दस्तावेज को संभाल कर रखें। प्रतिदिन उसे दोहराएं और उसके अनुसार आचरण करें। आसपास के वंचितों की जरूरतों की जानकारी लें। उनतो पूरा करने का यथा संभव प्रयास करें। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए बताया कि हर व्यक्ति में अपार क्षमता है। आवश्यकता अपनी शक्तियों को जगाने की है। उन्होंने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की गरिमा को बढ़ाने और समाज और राष्ट्र की सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए शुभकामनाएं दी।