India News (इंडिया न्यूज) Land Mafia: आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से कोरबा जिले में भू-माफिया एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। शहरी और आंतरिक क्षेत्रों में शासकीय जमीन पर अवैध कब्जे का खेल तेज़ी से शुरू हो चुका है। ताजा मामला सीएसईबी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत संयंत्र को जाने वाली रेल लाइन की 2 एकड़ जमीन का है, जहां रातों-रात कब्जा करने की कोशिश की गई।
पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे भू-माफिया
भू-माफिया ने इस शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण के लिए बांस और बल्लियों का इस्तेमाल किया। पूरी तैयारी के साथ रात के अंधेरे में जमीन को घेरने और अपने कब्जे में लेने की कोशिश की गई। लेकिन सीएसईबी प्रबंधन को इसकी जानकारी समय रहते मिल गई। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जे को रुकवाया और शासकीय भूमि को बचा लिया।
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प्रशासन सवालों के घेरे में
आचार संहिता लागू होने के बाद प्रशासनिक निगरानी कम होने का फायदा उठाकर भू-माफिया अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं। शहरी इलाकों में यह गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन और स्थानीय प्राधिकरण इन भू-माफियाओं पर लगाम कसने के लिए तैयार हैं, या फिर सरकारी जमीन पर कब्जे का यह खेल यूं ही चलता रहेगा?
क्या कहता है प्रबंधन
सीएसईबी प्रबंधन का कहना है कि वे इस जमीन पर सख्ती से निगरानी रख रहे हैं और ऐसे मामलों को लेकर जिला प्रशासन को भी सूचना दी गई है। लेकिन यह घटना सरकार और प्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़े कर रही है। क्या भू-माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई होगी? या फिर सरकारी जमीन कब्जे का यह सिलसिला यूं ही जारी रहेगा? कोरबा में बढ़ती इन गतिविधियों ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।