India News (इंडिया न्यूज), Death of Elephants: मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाल ही में 72 घंटे के भीतर 10 हाथियों की मौत की घटना हुई। इस दुखद घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक राज्य स्तरीय हाथी टास्कफोर्स बनाई जाएगी। इसका उद्देश्य हाथियों और मनुष्यों के बीच सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना है।

फील्ड डायरेक्टर और प्रभारी एसीएफ को किया निलंबित

मुख्यमंत्री ने बताया कि बांधवगढ़ के फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और प्रभारी एसीएफ फतेहसिंह निनामा को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गौरव चौधरी ने हाथियों की मौत की सूचना मिलने के बाद अपना फोन बंद कर दिया था, जो गंभीरता से लेने वाली बात है।

हाथियों से फसलों को बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की सुविधा

सीएम ने यह भी बताया कि जिन क्षेत्रों में हाथियों की आवाजाही अधिक है, वहां किसानों की फसलों को बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, किसानों को कृषि के साथ-साथ कृषि वानिकी और अन्य वैकल्पिक कार्यों से भी जोड़ा जाएगा। केंद्र सरकार के वन मंत्री से भी इस मामले पर चर्चा की गई है, ताकि हाथियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।

रेडियो टैगिंग की मदद से हाथियों पर नजर

हाथियों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए रेडियो टैगिंग का भी निर्णय लिया गया है। इसके माध्यम से अकेले घूमने वाले हाथियों पर नजर रखी जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी और मुआवजा राशि को बढ़ाकर 25 लाख प्रति व्यक्ति किया गया है, जिससे पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता मिल सके। यह सभी उपाय हाथियों और मनुष्यों के बीच बेहतर सह-अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए हैं।

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