India News (इंडिया न्यूज),Death of Umaria Elephants: उमरिया जिले में हाथियों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने शुक्रवार रात अपने निवास पर एक आपातकालीन बैठक आयोजित कर घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन सदस्यीय दल तुरंत मौके पर जाकर सभी पहलुओं की जानकारी इकट्ठा करेगा और 24 घंटे के भीतर विस्तृत प्रतिवेदन सौंपेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

कोदो टॉक्सिन से मौत का शक

विशेषज्ञों का मानना है कि हाथियों की मौत की वजह कोदो में पाए जाने वाले माइक्रो टॉक्सिन हो सकते हैं। वन विभाग के एपीसीसीएफ एल कृष्णमूर्ति और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि मृत हाथियों के पेट में बड़ी मात्रा में कोदो मिला है। डॉक्टरों के अनुसार, कोदो में फंगस लगने से उत्पन्न टॉक्सिन अत्यधिक जहरीले हो सकते हैं। मामले की पुष्टि के लिए सैंपल लैब में भेजे गए हैं, और विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

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दिल्ली और राज्य की टीम कर रही जांच

मामले की गहराई से जांच के लिए दिल्ली से वाइल्डलाइफ कंट्रोल की टीम भी पहुंची है, जो स्थानीय वन अधिकारियों के साथ मिलकर साक्ष्य इकट्ठा कर रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार की टीमें भी जांच में जुटी हुई हैं। मृत हाथियों का पोस्टमॉर्टम 14 सदस्यीय पशु चिकित्सा टीम ने किया, जिसमें दो गर्भवती हथिनी भी शामिल थीं। सैंपल रायबरेली, सागर, और जबलपुर की लैबोरेट्रीज में भेजे गए हैं, ताकि हाथियों की मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट हो सके। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भी फंगस प्रभावित कोदो से पशुओं की मौत की घटनाएं सामने आई हैं। घटना के आसपास के जल स्रोतों और खेतों के सैंपल भी जांच के लिए लिए गए हैं। राज्य सरकार ने वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए सख्त कार्रवाई का वादा किया है।

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