India News (इंडिया न्यूज), MP News: शुक्रवार को इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित “प्रेस से मिलिए” कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राजनीति की गर्मी बढ़ा दी। अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर दिग्विजय ने इस बार सीधे-सीधे भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और इंदौर को “भ्रष्टाचार की राजधानी” करार दिया। दिग्विजय ने भाजपा शासित नगर निगम और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा, “क्या इंदौर में भ्रष्टाचार नहीं है? क्या किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हुई है? सरकारी जमीनें बड़े बिल्डर्स के हाथ में कैसे पहुंचीं? भाजपा का नाम लेकर सब बच निकलते हैं।”
भाजपा की लड़ाई कांग्रेस क्यों लड़े?
इंदौर में भाजपा पार्षदों के बीच चल रही खींचतान पर कांग्रेस की चुप्पी को लेकर पूछे गए सवाल पर दिग्विजय ने सधे हुए अंदाज में जवाब दिया, “यह भाजपा की आपसी लड़ाई है। अगर कोई निर्दोष या गरीब मारा जाता, तो कांग्रेस आवाज उठाती। लेकिन भाजपा की लड़ाई कांग्रेस क्यों लड़ेगी?”
EVM पर सवाल
चुनाव प्रक्रिया पर भी दिग्विजय ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए। हर वोटर का अधिकार है कि उसका वोट सही गिना जाए। EVM में पारदर्शिता की कमी है, और इस मुद्दे पर हमारी लड़ाई अदालत में जारी है।”
डबल इंजन सरकार में कोई सुनवाई नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। “पटवारी के चयन में अयोग्य लोगों को पद दिए जा रहे हैं। भोपाल का मास्टर प्लान 1995 के बाद नहीं आया क्योंकि अवैध कॉलोनियों का खेल चल रहा है।” उन्होंने परिवहन मंत्रालय का उदाहरण देते हुए कहा, “सात-आठ साल सेवा के बाद इस्तीफा देने वाले सिपाही के पास 54 किलो सोना और करोड़ों की नगदी पाई गई। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।” दिग्विजय सिंह के इस बयान ने राजनीति में भूचाल ला दिया है।