India News (इंडिया न्यूज), MP News: भोपालवासियों का लंबे समय से इंतजार खत्म हुआ और उन्हें 23 जनवरी को नया फ्लाइओवर मिल गया। लेकिन इस फ्लाइओवर ने जितनी खुशी दी, उससे कहीं ज्यादा हैरान कर देने वाली बातें भी सामने आईं। जी हां, एक फ्लाइओवर की लागत को लेकर चार अलग-अलग आंकड़े सामने आए हैं, जो सबको चौंका रहे हैं। आइए जानते हैं इस दिलचस्प मामले के बारे में!
चार कीमतें एक फ्लाइओवर
जब फ्लाइओवर का उद्घाटन हुआ, तो पहले इसे बनाने वाली एजेंसी के प्रमुख अभियंता केपीएस राणा ने इसकी लागत 153 करोड़ रुपये बताई। लेकिन जब उद्घाटन शिला पट्टिका से पर्दा हटा, तो सामने आई दो और आंकड़े—एक पट्टिका पर लागत 120 करोड़ रुपये दर्ज थी, जबकि दूसरी पर 140 करोड़ रुपये। दोनों पट्टिकाएं आमने-सामने लगीं, जिससे अब शहरवासियों के मन में सवाल उठ रहे हैं। और फिर, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की कि फ्लाइओवर की असल लागत 156 करोड़ रुपये है। अब ये आंकड़े लोगों को हैरान कर रहे हैं कि आखिरकार असल कीमत क्या है!
नाम में भी हुआ था विवाद
लागत के विवाद से पहले इस फ्लाइओवर के नाम को लेकर भी खींचतान हो चुकी थी। पहले इसका नाम “गणेश गायत्री फ्लाईओवर” (जीजी फ्लाइओवर) रखा गया था, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री ने इसका नाम बदलकर “अंबेडकर फ्लाइओवर” रख दिया। इस पर विपक्ष ने भी सवाल उठाए थे और इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की थी। तो इस फ्लाइओवर ने न सिर्फ भोपाल के ट्रैफिक को सुधारने का वादा किया है, बल्कि इसमें जुड़ीं यह दिलचस्प और अजिब बातें भी भोपालवासियों के बीच चर्चा का विषय बन गई हैं।