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Hamidia's Kamala Nehru Hospital : हमीदिया के कमला नेहरू अस्पताल में आग के पीछे, शॉट सर्किट या स्टाफ ने ही लगाई आग

India News Editor • LAST UPDATED : November 9, 2021, 12:53 pm IST

Hamidia’s Kamala Nehru Hospital

इंडिया न्यूज, भोपाल: 

Hamidia’s Kamala Nehru Hospital : मध्य पद्रेश स्थित हमीदिया के कमला नेहरू अस्पताल में लगी आग के पीछे क्या कारण रहे हैं इस बात की पुष्टि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, अस्पताल प्रशासन आग लगने के पीछे शॉट सर्किट होना बता रहा है। जिसमें चार नवजात दुनिया देखने से पहले ही रूखस्त कर गए हैंं। जबकि परिजन कमला नेहरू अस्पताल के कर्मचारियों की कर्त्तव्य निष्ठा पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। हादसे में अपने नौनिहालों को खोने वाले पीड़ितों का कहना है कि यह आग लगी नहीं बल्कि जानबूझ कर लगाई गई है। क्योंकि पहले सब कुछ सही चल रहा था। उस समय अस्पताल के इसी वार्ड में ही एक स्टाफ नर्स और वार्ड बॉय के बीच किसी बात को लेकर जमकर बोलचाल हुई जो बाद में झगड़े में बदल गई। हालांकि इस दौरान हाथापाई तो नहीं हुई लेकिन दोनों ने एक दूसरे को देख लेने की धमकियां दी थी। उसके महज पांच मिनट बाद ही ऐसा क्या हुआ कि अस्पताल के इसी वार्ड में ही आग लगी। परिजनों ने यह बात कही जब वह अपने मासूमों का शव लेने के लिए सुबह अस्पताल पहुंचे। बता दें अस्पताल प्रशासन इस अग्निकांड में अभी तक चार बच्चों के मरने की बात कह रहा है। जबकि परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन सच्चाई छुपा रहा है, कमला नेहरू अस्पताल में चार नहीं बल्कि ज्यादा बच्चों की मौत हुई है। परिजनों ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है। सुरक्षा की दुष्टि से कमला नेहरू अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को बुलाया है। वहीं अस्पताल परिसर में तीमारदारों व मीडिया कर्मियों की एंट्री भी बंद कर दी गई है भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। जिसके कारण लोगों को अस्पताल में दाखिल होने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं मुख्य गेट पर सुरक्षाकर्मियों व लोगों में जमकर तकरार हो रही है। बता दें कि हमीदिया के कमला नेहरू अस्पताल में सोमवार रात करीब 9 बजे आग लग गई थी जिसमें चार बच्चों के मरने की पुष्टि अस्पताल कर चुका है। जबकि परिजनों का कहना है कि उस समय वार्ड में 40 बच्चे दाखिल थे।

पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि जिस अस्पताल में आग लगी है यह करीब 100 साल पुराना है, जिसकी जर्जर हालत को देखते हुए नई इमारत बनाई गई थी, जोकि बनकर तैयार भी हो गई है। ऐसे में पीडियाट्रिक वार्ड को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाना है जो कि अभी तक नहीं हुआ है।

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