India News (इंडिया न्यूज), IT Department Action: सागर में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व पार्षद और बिजनेसमैन राजेश केशरवानी और उनके चार भाइयों की 45 से अधिक प्रॉपर्टी को 6 महीने के लिए अटैच कर लिया है। इनमें कृषि भूमि, आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां शामिल हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। आयकर विभाग ने जिला पंजीयक अधिकारी को इन प्रॉपर्टी की पूरी सूची भेज दी है ताकि इन्हें खरीदा या बेचा न जा सके।
150 करोड़ की संपत्ति और करोड़ों रुपये का खुलासा
5 जनवरी को आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में राजेश केशरवानी के यहां से करीब 150 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ था। छापे में 100 करोड़ रुपये के नकद लेनदेन के दस्तावेज, 4 किलो 700 ग्राम सोना, और 7 बेनामी कारें भी बरामद की गई थीं। तीन दिनों तक चली इस कार्रवाई ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया था।
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आयकर विभाग ने क्यों की संपत्तिया अटैच
सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने इन संपत्तियों को इसलिए अटैच किया है क्योंकि उन्हें आशंका है कि इनका जल्द ही लेनदेन किया जा सकता है। विभाग ने पंजीयन कार्यालय को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इन संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाए। जांच में यह खुलासा हुआ है कि राजेश केशरवानी और उनके भाई ब्याज पर पैसा उधार देने का कारोबार करते थे। इसी के जरिए उन्होंने करोड़ों की संपत्ति खड़ी की। इसके अलावा, करोड़ों के नकद लेनदेन और प्रॉपर्टी की गड़बड़ियों ने आयकर विभाग को अलर्ट कर दिया।
पहले भी हुई है बड़ी कार्रवाई
आयकर विभाग ने हाल ही में भोपाल के एक अन्य कारोबारी पर भी छापेमारी की थी, जिसमें 24 प्रॉपर्टी अटैच की गई थीं। ऐसे में यह ताजा मामला मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर हो रही संपत्ति गड़बड़ियों की ओर इशारा कर रहा है। इस कार्रवाई के बाद सागर और आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोग इस मामले को लेकर लगातार चर्चा कर रहे हैं। आयकर विभाग की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बेनामी संपत्तियों और गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।