India News (इंडिया न्यूज), Japanese Encephalitis Virus:  मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में जानलेवा जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) वायरस ने दस्तक दे दी है। सागर ताल इलाके में इस वायरस के तीन मामलों की पुष्टि ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय लोगों के बीच चिंता बढ़ा दी है। पहले मामला 15 वर्षीय किशोरी में सामने आया था, जिसके बाद सागर ताल टंकी के पास दो और मरीजों में इस वायरस की पुष्टि हुई है।

नए मामलों से बढ़ी दहशत

पहला मामला सागर ताल के पास सरकारी मल्टी से आया, जहां एक युवक को तेज बुखार, सिर दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में जेई वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद गजराराजा मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब द्वारा भेजे गए 11 सैंपल्स में से 2 और मामलों में वायरस पाया गया। ये मरीज 30 वर्षीय रेखा शर्मा और 56 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद हैं।

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इलाके में लार्वा सर्वे और जांच शुरू

मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया विभाग की टीम को प्रभावित क्षेत्र में लार्वा सर्वे के लिए भेजा। हालांकि, जांच के दौरान इलाके में एक भी सूअर नहीं पाया गया। सूअर को इस बीमारी के प्रसार में योगदान देने वाला माना जाता है, जिससे इस बात पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि वायरस फैलने का स्रोत क्या है।

मच्छरों द्वारा फैलने वाला खतरनाक वायरस

जापानी इंसेफेलाइटिस एक खतरनाक वायरस है, जो मच्छरों के जरिए फैलता है और मस्तिष्क को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टी और गंभीर मामलों में मस्तिष्क में सूजन, कोमा या लकवा शामिल हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी को ऐसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।