India News (इंडिया न्यूज), Vijayvargiya’s attack on Congress: गणतंत्र दिवस के अवसर पर धार पहुंचे मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने महू में कांग्रेस द्वारा आयोजित “जय बापू, जय भीम, जय संविधान” कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस पर तीखे शब्दबाण चलाए। विजयवर्गीय ने कहा, “कांग्रेस के नेता संविधान को अपनी पॉकेट में रखते हैं, जबकि हमारे नेता इसे सिर पर रखकर सम्मान देते हैं।”
नेहरू खानदान ने संविधान का किया अपमान
विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “नेहरू जी से लेकर नेहरू खानदान तक के नेताओं ने संविधान को केवल अपने स्वार्थ के लिए पॉकेट में रखा। हमारी पार्टी ने हमेशा संविधान का सम्मान किया है। 2019 के चुनाव में भी देखा गया कि हमारे नेता संसद की सीढ़ियों पर चढ़ने से पहले संविधान को प्रणाम करते हैं। कांग्रेस की यह नौटंकी जनता के सामने बेनकाब हो चुकी है, और इसका जनता पर कोई असर नहीं होगा।”
महू में राहुल और प्रियंका की सभा पर विवाद
27 जनवरी को महू में कांग्रेस “जय बापू, जय भीम, जय संविधान” कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है, जिसमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के शामिल होने की संभावना है। हालांकि, प्रशासन ने इस आयोजन पर सख्त शर्तें लगाई हैं। मंच से किसी भी तरह के राजनीतिक और धर्म विरोधी भाषण पर प्रतिबंध लगाया गया है। कांग्रेस ने प्रशासन के इस आदेश को “तुगलकी फरमान” करार देते हुए कहा कि यह भाजपा सरकार का संविधान विरोधी रवैया दर्शाता है।
कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए
भाजपा ने कांग्रेस के इस आयोजन पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी को महू में अपने पूर्वजों द्वारा किए गए “पापों” के लिए माफी मांगनी चाहिए। भाजपा ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश की शांति को भंग करने की कोई कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विजयवर्गीय ने तीखे शब्दों में कहा, “कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि पार्टी कानून और संविधान से ऊपर नहीं है। जनता अब कांग्रेस के नकली वादों और नौटंकी से तंग आ चुकी है।”
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम महात्मा गांधी, डॉ. अंबेडकर और संविधान के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है। कांग्रेस ने भाजपा पर संविधान की मर्यादाओं को तार-तार करने का आरोप लगाया और कहा कि प्रशासन का आदेश सरकार की तानाशाही को उजागर करता है। महू में आयोजित कांग्रेस के इस कार्यक्रम से पहले भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। एक तरफ भाजपा कांग्रेस पर संविधान के अपमान का आरोप लगा रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस भाजपा सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगा रही है।