India News (इंडिया न्यूज),Khargone Kapas Mandi: मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी ए ग्रेड कपास मंडी, खरगोन, इन दिनों किसानों के विरोध का केंद्र बनी हुई है। किसानों को उम्मीद थी कि एक अक्टूबर से भारतीय कपास निगम (CCI) कपास की खरीदी शुरू करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किसानों का आरोप है कि व्यापारी मनमानी कर रहे हैं और उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम दाम पर कपास बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। किसानों की मांग है कि 7000 रुपये प्रति क्विंटल से कम कीमत पर कपास की खरीदी न हो।

उच्च गुणवत्ता का कपास न पहुंचने के कारण खरीदी रुकी

मंडी में उच्च गुणवत्ता का कपास न पहुंचने के कारण CCI ने खरीदी शुरू नहीं की, जिससे किसानों में नाराजगी बढ़ गई। आनंद नगर स्थित मंडी में खरीदी शुरू करने के लिए अधिकारी तो पहुंचे, लेकिन किसी कारणवश खरीदी का शुभारंभ नहीं किया गया। इसके बाद, किसानों ने नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसे राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ का समर्थन मिला।

Arvind Kejriwal News: ​दिल्ली के CM आवास को आज अलविदा कहेंगे अरविंद केजरीवाल, जल्द होगा स्थानांतरण

किसानों ने कहा- सीसीआई बहानेबाजी कर रहा

मंडी सचिव और तहसीलदार ने स्थिति को संभालने के लिए व्यापारियों और किसानों के बीच बातचीत की। हालांकि, किसानों का प्रतिनिधिमंडल बैठक में शामिल नहीं हुआ। इसके बावजूद, बाद में व्यापारियों ने बोली लगाकर खरीदी शुरू की।किसानों का आरोप है कि CCI बहाने बना रहा है और अगर जल्द खरीदी शुरू नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे। पिछले साल CCI ने 1 लाख 60 हजार क्विंटल कपास खरीदा था, जिससे किसानों की उम्मीदें इस बार भी काफी ज्यादा हैं।

खरीदी में देरी से बढ़ा विरोध

एक अक्टूबर से खरीदी शुरू होने की उम्मीद के बावजूद अब तक CCI ने कोई कदम नहीं उठाया, जिससे किसानों में आक्रोश है।

व्यापारियों पर आरोप

किसानों का कहना है कि व्यापारी मनमानी कर रहे हैं और MSP से कम कीमत पर कपास खरीदी जा रही है।

आंदोलन की चेतावनी

किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द CCI खरीदी शुरू नहीं करता, तो वे आंदोलन करेंगे।

MP Weather Update: मध्यप्रदेश में हल्की बारिश के साथ तापमान में गिरावट के आसार, रात में बढ़ेगी ठंडक