India News (इंडिया न्यूज), Legal Notice: मध्य प्रदेश के विदिशा में स्थित एक प्राचीन स्मारक को लेकर विवाद तेजी से गहराता जा रहा है। वकील पवन रघुवंशी ने संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को कानूनी नोटिस भेजकर स्मारक की पहचान और प्रबंधन पर सवाल खड़े किए हैं।

स्मारक के नाम को लेकर विवाद

विवाद की जड़ स्मारक के नाम को लेकर है। सरकारी दस्तावेजों में इस स्मारक को “विजयमंडल मस्जिद” के रूप में दर्ज किया गया है, जबकि वकील पवन रघुवंशी का दावा है कि यह स्मारक वास्तव में एक मंदिर है। उन्होंने नोटिस में इस त्रुटि को सुधारने की मांग की है।

पूजा की अनुमति न मिलने पर बढ़ा विवाद

हाल ही में हिंदू संगठनों ने इस स्मारक परिसर में पूजा करने की अनुमति मांगी थी, जिसे अधिकारियों ने अस्वीकार कर दिया। इस फैसले के बाद विवाद और भी गहरा हो गया।

इतिहास से जुड़ा है स्मारक का महत्व

यह प्राचीन स्मारक 11वीं-12वीं शताब्दी का है और इसे सूर्य देवता के सम्मान में बनाया गया था। समय के साथ, इसमें कई बदलाव हुए, जिनमें मुगल काल के दौरान मस्जिद में परिवर्तन भी शामिल है।

सर्वेक्षण का प्रस्ताव

स्थानीय भाजपा विधायक मुकेश टंडन ने इस विवाद के समाधान के लिए स्मारक की वास्तविक स्थिति जानने के लिए सर्वेक्षण का प्रस्ताव रखा है। उनका मानना है कि इससे विवाद का समाधान हो सकता है।

राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहा है मामला

यह विवाद अब न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित कर रहा है। आने वाले दिनों में इस पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।

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