India News (इंडिया न्यूज), Mahakaleshwar Temple: मध्य प्रदेश में उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार को अद्भुत भक्ति और श्रद्धा का माहौल देखने को मिला। भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल को हनुमान जी के दिव्य स्वरूप में श्रृंगारित किया गया। भक्तों ने इन अनुपम दर्शन का लाभ उठाया और मंदिर में जय महाकाल और जय हनुमान के उद्घोष से गूंज उठी।

 

कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि

 

पौष माह के माघ कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर सुबह 4 बजे बाबा महाकाल जागे। मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि भगवान वीरभद्र और मानभद्र की अनुमति के बाद मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले बाबा को गर्म जल से स्नान करवाया गया, जिसके बाद पंचामृत स्नान कराया गया। पंचामृत में दूध, दही, शहद, शक्कर और घी का प्रयोग किया गया। स्नान के पश्चात बाबा महाकाल को हनुमान जी के स्वरूप में आकर्षक श्रृंगार किया गया।

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भक्तजन बाबा महाकाल की भक्ति में लीन

श्रृंगार के बाद भस्म रमाने की प्रक्रिया शुरू हुई। यह भस्म महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा लाई गई थी। भस्म रमाने के बाद कपूर से आरती की गई। आरती के दौरान भक्तजन बाबा महाकाल की भक्ति में पूरी तरह लीन नजर आए। मंदिर में हर तरफ श्रद्धालुओं के मुख से “जय महाकाल” और “जय हनुमान” के नारे गूंज रहे थे।

 

श्रद्धा और आस्था का अद्भुत उदाहरण

 

भक्तों का कहना था कि बाबा महाकाल के इस स्वरूप को देखकर उनकी आत्मा आनंदित हो गई। मंदिर में मौजूद हर व्यक्ति इस दिव्य क्षण को अपनी आंखों में बसाने की कोशिश कर रहा था। महाकाल मंदिर के इस विशेष आयोजन ने एक बार फिर श्रद्धा और आस्था का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।

मंदिर का दिव्य आयोजन

बाबा महाकाल के इन दिव्य दर्शनों ने सभी भक्तों के मन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार किया।महाकालेश्वर मंदिर का यह दिव्य आयोजन न केवल भक्तों के लिए विशेष था, बल्कि हनुमान जी के स्वरूप में बाबा के दर्शन ने आस्था को और भी मजबूत कर दिया।

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