India News (इंडिया न्यूज), MP Budget 2025: मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार का पहला बजट 12 मार्च 2025 को पेश किया जाएगा। राज्य की जनता को इस बजट से कई उम्मीदें हैं। महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं को लेकर आम लोग सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। एमपी की जनता चाहती है कि बजट सिर्फ कागजों पर न रहे, बल्कि उसका असर जमीन पर भी नजर आए। सरकार को चाहिए कि वह जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऐसी नीतियां बनाए, जो महंगाई कम करें, रोजगार बढ़ाएं और राज्य को विकास की दिशा में आगे बढ़ाएं।
बीएससी छात्रा जीवा अंसारी का कहना है कि सरकार को रोजगार के अवसर बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। सिर्फ वादों और योजनाओं से बदलाव नहीं आता, बल्कि उन योजनाओं का सही क्रियान्वयन भी जरूरी है। लाडली बहना योजना जैसी स्कीमें महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन सिर्फ आर्थिक मदद देने के बजाय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
MP Budget 2025
बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई भी जनता के लिए एक बड़ा मुद्दा है। आम लोगों का मानना है कि सरकार को इन विषयों पर गंभीरता से काम करना चाहिए। लोगों का कहना है कि *एक बार जब पेट्रोल-डीजल और अन्य जरूरी चीजों के दाम बढ़ जाते हैं, तो वे वापस नहीं आते। ऐसे में सरकार को महंगाई पर नियंत्रण रखने के लिए ठोस नीतियां बनानी होंगी, जिससे आम आदमी को राहत मिल सके।
गृहिणी उषा देवी का कहना है कि बजट आम जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जाना चाहिए। रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में कमी होनी चाहिए, ताकि मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग को राहत मिले। महंगाई के कारण लोगों का जीवन मुश्किल होता जा रहा है, इसलिए सरकार को ऐसी नीतियां बनानी चाहिए, जिससे सभी वर्गों को लाभ मिले।
शिक्षक गौतम सूर्यवंशी और प्रभाकर भूषांकर का कहना है कि सरकार को शिक्षा, रोजगार और महंगाई जैसे विषयों पर ठोस फैसले लेने चाहिए। हर बार सरकारें योजनाओं की घोषणा करती हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उनका असर दिखाई नहीं देता। इसलिए इस बार के बजट में ऐसी घोषणाएं होनी चाहिए, जिनका लाभ आम जनता को सीधा मिल सके।
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