India News (इंडिया न्यूज),MP News: मध्य प्रदेश के दतिया जिले की ग्राम पंचायत ओरीना की महिला सरपंच निधि राजा परमार ने अपने निलंबन और गबन के आरोपों को लेकर न्याय की गुहार लगाई है। इस मुद्दे पर उन्होंने दतिया कलेक्ट्रेट में सैकड़ों समर्थकों के साथ राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
महिला ने की निष्पक्ष जांच की अपील
सरपंच निधि राजा परमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव पर पक्षपातपूर्ण जांच का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निष्पक्ष जांच की मांग की। निधि राजा परमार का कहना है कि पंचायत कार्यों की जांच में सीईओ ने उन्हें गलत तरीके से गबन का दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि आरोपित राशि एक लाख रुपये से अधिक की है, लेकिन यह आरोप सत्य नहीं है। इसी आधार पर उन्हें सरपंच पद से निलंबित कर दिया गया। इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी बहन के तौर पर संबोधित करते हुए भरोसेमंद और निष्पक्ष जांच की अपील की है।
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न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे
इस घटनाक्रम के बाद, जब जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। यह मामला राज्य सरकार के महिला सशक्तिकरण प्रयासों के विपरीत गंभीर चिंता का विषय बन गया है। महिला सरपंच और उनके समर्थकों का कहना है कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। यह मामला स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर रहा है।
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