India News (इंडिया न्यूज), MP Police: मध्य प्रदेश में टीकमगढ़ जिले के महाराजपुरा गांव में पुलिस ने एक विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के तहत दलित और आदिवासी समुदाय के बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को शराब न पीने की शपथ दिलाई गई। यह कदम गांव में अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा किए गए हंगामे के बाद उठाया गया। शुक्रवार को ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय, कलेक्ट्रेट और केंद्रीय मंत्री के बंगले पर प्रदर्शन किया था।
शराब पीने के खिलाफ ग्रामीणों ने किया था प्रदर्शन
ग्रामीणों का कहना था कि उनके गांव में पिछले 20 सालों से अवैध शराब बेची जा रही है, जिससे परिवारों में लड़ाई-झगड़ा और परेशानियां बढ़ रही हैं। महिलाओं का आरोप था कि शराब पीने से गांव में अब तक चार लोगों की जान जा चुकी है। इस समस्या को लेकर 500 महिलाओं और पुरुषों ने टीकमगढ़ जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था। जब उनकी बात अधिकारियों ने नहीं सुनी, तो वे केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के बंगले पर भी पहुंचे। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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पुलिस ने जागरूकता शिविर किया आयोजित
इसके बाद पुलिस ने शनिवार को महाराजपुरा गांव में एक जागरूकता शिविर आयोजित किया। इस शिविर में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों से शराब न पीने की अपील की और यह भी कहा कि अगर कहीं अवैध शराब बिकती हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस दौरान गांव के बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को शराब न पीने की शपथ दिलाई गई।
छापे मारी कर के लगाया पता
शुक्रवार रात पुलिस ने कुछ घरों पर छापे मारे, लेकिन उन्हें वहां से कोई अवैध शराब नहीं मिली। पुलिस का कहना था कि वे आगे भी इस मुद्दे पर कार्रवाई करेंगे और गांव के लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखेंगे।
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