India News (इंडिया न्यूज), PM Rural Road Scheme: मध्य प्रदेश के जबलपुर में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) के तहत 37 करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने दो जिलों के अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घोटाले के आरोप में करीब आधा दर्जन अधिकारियों और पांच ठेकेदारों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
खराब सड़को का निर्माण
जानकारी के अनुसार, ठेकेदारों ने कई स्थानों पर गुणवत्ताविहीन सड़कों का निर्माण किया और कई जगह बिना सड़कों के ही फर्जी बिल लगाए। इस घोटाले में इंडियन ऑयल, बीपीसीएल, एचपीसीएल और नायरा एस्सार जैसी कंपनियों के डामर के फर्जी बिल शामिल हैं। ठेकेदारों ने इन कंपनियों से जुड़े बिलों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया।
ठेकेदारों का फर्जीवाड़ा
EOW की जांच में यह भी सामने आया कि ठेकेदारों ने दो दर्जन से ज्यादा सड़कों के पैकेज में 100 से ज्यादा फर्जी इनवॉइस लगाए थे। ठेकेदारों ने MPRDC के अधिकारियों की मिलीभगत से जबलपुर और मंडला में सड़कों का निर्माण किया। इसके अलावा, मेसर्स एडी कंट्रक्शन, मेसर्स विश्व कुसुम इंफ्राटेक, मेसर्स वैष्णव एसोसिएट, मेसर्स लालबहादुर यादव और मेसर्स अब्दुल अजीज जैसी कंपनियां इस घोटाले में शामिल थीं।
बिना काम किए फर्जी बिल
जांच में स्पष्ट हुआ कि ठेकेदारों ने घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया और बिना काम किए ही फर्जी बिल लगाए। इस घोटाले ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की सफलता और पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर दिया है। अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई जारी है और जल्द ही मामले में और खुलासे हो सकते हैं।