India News (इंडिया न्यूज), Madhya Pradesh News: राजधानी भोपाल में हाल ही में उद्घाटित ‘डॉ. भीमराव अंबेडकर सेतु’ फ्लाईओवर की निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सख्त कदम उठाए हैं। निर्माण में लापरवाही पाए जाने पर दो इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया, जबकि ठेकेदार कंपनी पर जुर्माना लगाया गया है।

उद्घाटन के एक हफ्ते में ही बिगड़ने लगी सड़क

यह फ्लाईओवर 2.53 किलोमीटर लंबा है और इसे 153 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 23 जनवरी को इस एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया था, लेकिन एक हफ्ते के भीतर फ्लाईओवर की गिट्टियां उखड़ने लगीं और कई हिस्सों में खराबी देखी गई। शनिवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव (पीडब्ल्यूडी) नीरज मंडलोई ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि राइडिंग सरफेस की गुणवत्ता और फिनिशिंग संतोषजनक नहीं पाई गई। निरीक्षण के दौरान दो स्थानों पर अत्यधिक जंग भी देखी गई, जहां विस्तार जोड़ (एक्सपेंशन जॉइंट्स) लगाए गए थे।

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दो इंजीनियर निलंबित

निरीक्षण के बाद कार्रवाई करते हुए सहायक अभियंता रवि शुक्ला और उप अभियंता उमाकांत मिश्रा को निलंबित कर दिया गया। वहीं, कार्यकारी अभियंता जावेद शकील को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

PWD मंत्री राकेश सिंह ने दी कड़ी चेतावनी

लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह ने इस पूरी कार्रवाई की समीक्षा की और कहा कि भविष्य में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कंपनी पर जुर्माना लगाया जाए और आवश्यक मरम्मत कार्य तुरंत कराया जाए।फ्लाईओवर की खराब गुणवत्ता पर आम जनता भी सवाल उठा रही है। लाखों की लागत से बने इस पुल में इतने जल्दी खराबी आना निर्माण कार्यों में लापरवाही की ओर इशारा करता है।