India News (इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi in MP : सोमवार को डॉ. बी.आर. अंबेडकर की जन्मस्थली महू में कांग्रेस ने एक बड़ी रैली आयोजित की, जहां लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “देश में निजीकरण और कुछ अरबपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए गरीबों को गुलाम बनाया जा रहा है। बीजेपी-आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहते हैं।”
संविधान पर हमला और दलित-अधिकारों की अनदेखी
राहुल गांधी ने कहा, “संविधान कोई साधारण किताब नहीं है, बल्कि यह हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच का प्रतीक है। लेकिन बीजेपी और आरएसएस इसे खत्म कर दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों के अधिकार छीनने की कोशिश कर रहे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत का यह बयान कि ‘सच्ची आजादी 2014 में आई’, संविधान पर सीधा हमला है।”
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अरबपतियों को फायदा, जनता को नुकसान
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने अडानी-अंबानी जैसे अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया, जो जनता की मेहनत की कमाई थी। जबकि देश में बेरोजगारी चरम पर है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसले गरीबों को खत्म करने के औजार बन चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल के दाम घटते हैं, लेकिन भारत में इसके दाम कम नहीं होते क्योंकि इसका फायदा सीधे अरबपतियों को दिया जाता है।”
“गरीबों का हक छीनना चाहती है बीजेपी”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी-आरएसएस देश को आजादी से पहले वाले हालात में ले जाना चाहते हैं, जहां गरीबों, दलितों और आदिवासियों का कोई हक नहीं था। “वे चाहते हैं कि गरीब भूखे मरें और हिंदुस्तान को अरबपति चलाएं। शिक्षा, स्वास्थ्य और सार्वजनिक सेवाएं धीरे-धीरे निजी हाथों में जा रही हैं।”
दलित राष्ट्रपति और जनता की उपेक्षा
राहुल गांधी ने बीजेपी पर दलित और आदिवासी समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पार्लियामेंट के उद्घाटन में आदिवासी राष्ट्रपति को बुलाना तो दूर, उन्हें दरकिनार कर दिया गया। बीजेपी सिर्फ अपने अरबपति दोस्तों का हिंदुस्तान बनाना चाहती है।” कांग्रेस नेता ने लोगों से संविधान और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाने का आह्वान किया।