India News (इंडिया न्यूज), Simhastha Mahakumbh 2028: मध्य प्रदेश का उज्जैन जो भारत की धार्मिक नगरी, 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के लिए तैयारियों में जुट गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और दिशा तय करने वाला महोत्सव बताया है। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ महाकुंभ परंपराओं और सामाजिक मूल्यों को आगे बढ़ाने का जरिया है।

 

CM यादव की परियोजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंभ को एक उत्कृष्ट प्रबंधन और परंपरा का अद्भुत उदाहरण बताते हुए इसे वैश्विक स्तर पर अध्ययन के योग्य बताया है। मुख्यमंत्री यादव ने सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं को क्षिप्रा नदी के निर्मल जल में स्नान कराने और इसे हमेशा स्वच्छ बनाए रखने का संकल्प लिया है। इसके लिए सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी, कान्ह क्लोज डक्ट और हरियाखेड़ी जैसी परियोजनाओं के साथ 18 बैराज और स्टॉप डेम का निर्माण किया जा रहा है।

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बेहतर परिवहन और सड़क विकास

श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए राज्य सरकार विशेष प्रयास कर रही है। सिंहस्थ के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन के लिए रेलवे और परिवहन विभाग के साथ समन्वय कर एक विशेष सेल बनाया जाएगा। इसके अलावा, इंदौर और उज्जैन को जोड़ने के लिए 2312 करोड़ रुपये की लागत से सड़क उन्नयन परियोजना शुरू की गई है।

 

 

स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर

सिंहस्थ-2028 के लिए स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर लगभग 6 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इनमें जल आपूर्ति, सीवेज लाइनें, बिजली ग्रिड्स, और सड़कों का निर्माण शामिल है। सिंहस्थ क्षेत्र में 3360 हेक्टेयर भूमि पर विकास कार्य किए जाएंगे, जिसमें 2344 हेक्टेयर क्षेत्र को आयोजन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

 

वैश्विक धार्मिक पर्यटन

 

मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को उज्जैन वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने का माध्यम बताया है। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक धरोहर को सशक्त बनाने और दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का अद्वितीय अवसर होगा।

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