India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां कलेक्ट्रेट परिसर में एक किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों ने तुरंत उसकी जान बचाई और अधिकारियों को सूचित किया। यह किसान रमेश घोरसे, जो सूरगांव का रहने वाला है, पिछले 10 सालों से जमीन विवाद से परेशान है।
जमीन विवाद से त्रस्त किसान पहुंचा था कलेक्टर ऑफिस
रमेश घोरसे के खेत के रास्ते को लेकर उसके रिश्तेदारों से विवाद चल रहा है। आरोप है कि उसके रिश्तेदार न केवल रास्ता रोकते हैं, बल्कि विरोध करने पर मारपीट भी करते हैं। रमेश का कहना है कि प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद उसे न्याय नहीं मिला। उल्टा, उसके खिलाफ ही झूठी शिकायतें दर्ज कर दी गईं। अपनी पीड़ा और प्रशासन की अनदेखी से तंग आकर रमेश सोमवार को कीटनाशक की बोतल लेकर कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा। कुछ मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उसने अचानक बोतल निकाली और पीने की कोशिश की।
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मीडिया कर्मियों ने समय रहते बचाई जान
कलेक्ट्रेट परिसर में खड़े मीडियाकर्मियों ने स्थिति को भांपते हुए रमेश को तुरंत रोक लिया। कलेक्टर के गार्ड की मदद से उसके हाथ से कीटनाशक छीन लिया गया। इसके बाद रमेश को एडीएम और तहसीलदार के सामने पेश किया गया, जहां उसने अपनी परेशानी बताई।
प्रशासन ने दिए जांच और समाधान के आदेश
रमेश की शिकायत पर एडीएम ने तहसीलदार और पटवारी को तुरंत जांच और समाधान के आदेश दिए। अधिकारियों ने रमेश को समझाया और आत्मघाती कदम न उठाने की सलाह देकर घर भेज दिया। यह घटना प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। किसान की दशा और उसके हताशा भरे कदम ने यह साफ कर दिया है कि जमीनी विवाद और न्याय में देरी जैसे मुद्दे लोगों को किस कदर तोड़ रहे हैं।