India News (इंडिया न्यूज़), Tribal Land: मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दलित और आदिवासियों की जमीनों की बिक्री में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया है। पटवारी ने इस मामले में रिटायर्ड IAS अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए लोकायुक्त और राज्य की मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
रिटायर्ड IAS अफसरों पर गंभीर आरोप
जीतू पटवारी ने अपने पत्र में नीमच के पूर्व कलेक्टर अजय सिंह गंगवार, रतलाम के पूर्व एसडीएम कैलाश बुंदेला, और आईएएस आरएस थेटे के खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि इन अधिकारियों ने मालवा अंचल में दलित और आदिवासियों की पट्टे की जमीनों को नियमों के विरुद्ध बेचने की अनुमति दी है। नीमच में कलेक्टर रहते हुए अजय गंगवार ने भू राजस्व संहिता की धारा 181 और 165 का उल्लंघन कर कई अनुज्ञाएं जारी कीं।
अनियमितताओं की जाँच की मांग
पटवारी ने कहा कि रतलाम जिले के बाजना सैलाना क्षेत्र में भी जनजातियों की जमीनों के पट्टों की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उज्जैन और रतलाम जिलों में इसी तरह की अनुमतियों को निरस्त कर दलित और आदिवासी लोगों को कोर्ट केस में उलझाने का षड्यंत्र रचा गया है। पटवारी ने इन मामलों की गहन जांच और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अवैध अनुमतियों को निरस्त कर दोषियों को सजा देने की मांग
जीतू पटवारी ने मांग की है कि जिन कलेक्टरों ने अजा-अजजा वर्ग की जमीनों को बेचने की अनुमति दी है, उन पर कार्रवाई की जाए। साथ ही, अवैध अनुमतियों को निरस्त कर कलेक्टरों की अवैध संपत्तियों को बेचकर आर्थिक क्षतिपूर्ति की जाए। पटवारी ने प्रभावित दलित और आदिवासी परिवारों को उनकी जमीनें वापस देने और उचित मुआवजा देने की भी मांग की है।
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