India News (इंडिया न्यूज), Wetland City: मध्य प्रदेश के इंदौर जिसे स्वच्छता में देश का नंबर-1 शहर माना जाता है, ने एक और उपलब्धि की ओर कदम बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार ने इंदौर को प्रतिष्ठित रामसर कन्वेंशन के तहत वेटलैंड सिटी मान्यता के लिए नामांकित किया है। इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की।

 

किन शहरो को मिली मान्यता

यह मान्यता उन शहरों को दी जाती है, जो अपने वेटलैंड्स के संरक्षण और उनके महत्व को समझने में उत्कृष्ट योगदान देते हैं। इस पहल का उद्देश्य ऐसे शहरों को अंतरराष्ट्रीय पहचान और सकारात्मक ब्रांडिंग का अवसर प्रदान करना है। इंदौर के साथ-साथ उदयपुर को भी इस सूची में शामिल किया गया है, जबकि भोपाल तीसरे दावेदार के रूप में चयनित नहीं हो सका।

भोपाल राजभवन के दरवाजे आम जनता के लिए खुले, गणतंत्र दिवस पर 3 दिन तक घूमने का मौका

क्या है ये वेटलैंड सिटी मान्यता?

रामसर कन्वेंशन के तहत वेटलैंड सिटी मान्यता कार्यक्रम की शुरुआत 2015 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य उन शहरों को सम्मानित करना है, जो अपने वेटलैंड्स का संरक्षण करने के साथ-साथ शहरी विकास में संतुलन बनाए रखते हैं। इंदौर में सिरपुर और यशवंत सागर को रामसर साइट घोषित किया गया है। इन स्थानों पर झीलों के संरक्षण, पर्यावरण सुधार, और पक्षियों के आदर्श आवास की स्थिति विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है।

 

देश-विदेश के पक्षी प्रेमियों को अवसर

सिरपुर झील को बर्ड सेंचुरी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां देश-विदेश के पक्षी प्रेमियों को आने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, यशवंत सागर भी जैव विविधता और जल संसाधन संरक्षण के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण बन रहा है।

 

शहर को अंतरराष्ट्रीय पहचान

इंदौर के इस कदम से शहर को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने की उम्मीद है, जिससे न केवल शहर का पर्यावरणीय संतुलन बेहतर होगा बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह पहल इंदौर की पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता और सतत विकास के प्रति जागरूकता का प्रतीक है। इस उपलब्धि से इंदौर न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक मिसाल बनने की ओर अग्रसर है।

दमोह में गौ तस्करी के विरोध में विहिप और बजरंग दल का प्रदर्शन, सड़क पर लगा घंटो जाम