India News (इंडिया न्यूज),Mahakumbh 2025: महाकुंभ में श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं, महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताई जा रही है। इसी के साथ महाकुंभ में लाखों करोड़ों की संख्या में साधु-संत आए हुए हैं। जो महाकुंभ में श्रद्धा की डुबकी लगा रहे रहे हैं और साथ-साथ कल्पवास से भी जुड़े हुए हैं। वहीं महाकुंभ में जगह-जगह से आए साधु-सेत और उनकी टोली भी कफी सुर्खियों में है। जिनकी चर्चा हर जगह हो रही है। बता दें कि महाकुंभ में आए कई साधु और साध्वी भी काफी चर्चा में आए हैं जिनमें साध्वी हर्षा रिछारिया का नाम भी आता है, जब कथा वाचक अनिरुधाचार्या से इस बारे में पूछा गया की क्या ये बोलना सही है की एक मॉडल साध्वी नही बन सकती इस पर उन्होने अपनी प्रतिक्रिया दी।
अनिरुद्धाचार्य ने क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाकुंभ में अब तक 8.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। श्रद्धालु गंगा स्नान कर और संतों से आशीर्वाद लेकर अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। अनिरुद्धाचार्य ने श्रद्धालुओं से भक्ति में लीन रहने, माता-पिता की सेवा करने और धार्मिक स्थलों का आनंद लेने की अपील की। उन्होंने हर्षा रिछारिया के समर्थन में भी अपनी राय रखी और इसे भक्ति का स्वाभाविक हिस्सा बताया। उन्होंने सभी को बिना किसी भेदभाव के भक्ति में लीन रहने की सलाह दी और कहा कि यह किसी भी धर्म के अनुयायियों का अधिकार है। हमने तो वैस्याओं को भी पवीत्र कर भक्ति में लीन कराया है।
संतों ने श्रद्धालुओं को दी धार्मिक शिक्षा
महाकुंभ न केवल आस्था का केंद्र है बल्कि संतों और महात्माओं के प्रवचन इस आयोजन को और भी पवित्र बना देते हैं। संतों ने श्रद्धालुओं को धार्मिक शिक्षा दी और लोगों से भाईचारे और सेवा की भावना बनाए रखने की अपील की। प्रयागराज का महाकुंभ न केवल भारतीय संस्कृति का प्रतीक है बल्कि दुनिया भर से श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।
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