महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद पैनी नजर! PM मोदी ने एक घंटे में तीन बार यूपी CM Yogi से की बात
Maha Kumbh 2025
India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में आज बुधवार की आधी रात (29,जनवरी) को अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से हादसा हो गया। जिसमे सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई की इस हादसे में कुछ श्रद्धालुओं की मौत हुई है और कई लोग घायल हुई है।
पीएम मोदी ने तीन बार की सीएम से बात
इसी बीच इस भगदड़ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से बात कर रहे हैं। इसको लेकर दोनों की पैनी नजर है। इस बीच पीएम मोदी खुद महाकुंभ भगदड़ के हालात के बारे में सीएम योगी से अपडेट ले रहें है। लगातार हालातों को काबू के लिए स्थिति के बारे में जान रहे हैं। तीन बार पीएम मोदी यूपी के सीएम योगी को फोन कर चुके हैं।
पीएम मोदी ने सीएम योगी से की क्या बात
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की, घटना की समीक्षा की और तत्काल राहत उपाय करने का आह्वान किया। मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ी थी। जिसके कारण महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद स्थिति को तुरंत नियंत्रण में कर लिया गया। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की, घटना की समीक्षा की और तत्काल राहत उपाय करने का आह्वान किया। मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ी थी जिसके चलते महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद स्थिति को तुरंत नियंत्रण में लाया गया। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
फिलहाल आपको बता दें कि, महाकुंभ में भगदड़ के बाद हालात काबू में है। आम लोगों ने अन्य घाटों पर स्नान करना शुरू कर दिया। पीएम और सीएम दोनो ने लोगों से शांतिपूर्वक स्नान करने के अपील की है। साथ ही राहत बचाव और सुरक्षा को लेकर लगातार पैनी नजर बनाए हुए हैं।
भोर होने तक सभी अधिकारी स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित करने का प्रयास करते रहे। घायलों को एयर एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने की भी तैयारी पूरी कर ली गई। घटना के बाद महाकुंभ में भीड़ डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है। श्रद्धालुओं के जत्थों को शहर के बाहर ही रोक दिया गया। 10 से अधिक जिलाधिकारियों को भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। प्रयागराज के सीमावर्ती इलाकों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अफसरों को सक्रिय कर दिया गया है।