India News (इंडिया न्यूज), Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था लेकर पहुंचे हैं। लेकिन इस बार मेले में चर्चा का केंद्र बने हैं आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र अभय सिंह, जिन्हें लोग अब ‘आईआईटीयन बाबा’ के नाम से जानते हैं।
वायरल वीडियो: भोले बाबा के भजन पर झूमते बाबा
आईआईटीयन बाबा का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाबा को ‘मेरा भोला बड़ा भोला भाला’ भजन पर मस्ती में झूमते हुए देखा जा सकता है। उनके डांस ने न केवल महाकुंभ के श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो लाखों बार देखा जा चुका है।
बाबा ने आलोचनाओं को नजरअंदाज करते हुए कहा, “मैं तो वही करने आया हूँ, जिसे हम मोह-माया और आलोचनाओं से बाहर निकलकर कर सकते हैं।” उनका यह दृष्टिकोण दिखाता है कि वे अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और दुनिया की प्रतिक्रियाओं से बेपरवाह हैं।
आईआईटीयन बाबा की प्रेरणादायक यात्रा
अभय सिंह, जिन्हें आज ‘आईआईटीयन बाबा’ के नाम से जाना जाता है, ने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में अपनी डिग्री आईआईटी मुंबई से पूरी की थी। अपने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के चलते उन्हें कनाडा में 36 लाख रुपए के वार्षिक पैकेज पर नौकरी का प्रस्ताव मिला था। लेकिन उन्होंने इन सभी भौतिक उपलब्धियों को त्यागकर संन्यास का मार्ग चुना।
इस निर्णय से न केवल उनके माता-पिता बल्कि उनके जानने वाले सभी लोग हैरान रह गए। अभय सिंह ने यह दिखा दिया कि उनका असली उद्देश्य केवल भौतिक संपत्तियों का संग्रह नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति है। उनका यह निर्णय उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है जो भौतिकवादी जीवनशैली से बाहर निकलकर अपने जीवन का गहरा उद्देश्य तलाशना चाहते हैं।
माता-पिता की चिंता और बाबा का गायब होना
आईआईटीयन बाबा के संन्यास लेने की खबर जब उनके माता-पिता को मिली, तो वे हैरान रह गए। उनके माता-पिता हरियाणा से प्रयागराज के महाकुंभ मेले में अपने बेटे की तलाश में पहुंचे। लेकिन जब उन्हें बाबा के शिविर में कोई जानकारी नहीं मिली, तो उनकी चिंता और बढ़ गई।
मीडिया में यह खबर तेजी से फैलने लगी कि बाबा अपने शिविर से गायब हो गए हैं। हालांकि, महाकुंभ में बाबा के अनुयायियों ने इस बात की पुष्टि की कि बाबा अपनी आध्यात्मिक यात्रा में व्यस्त हैं और किसी प्रकार की चिंता का कोई कारण नहीं है।
आईआईटीयन बाबा का संदेश
आईआईटीयन बाबा के डांस और उनके जीवन के फैसले ने न केवल महाकुंभ में बल्कि पूरे देश में एक नई चर्चा को जन्म दिया है। उनका संदेश स्पष्ट है—जीवन में भौतिक वस्तुओं से परे भी एक गहरा अर्थ है। वे युवाओं को अपने जीवन के वास्तविक उद्देश्य को समझने और उस पर कार्य करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
आईआईटीयन बाबा का यह सफर यह सिखाता है कि आत्मा की शांति और जीवन का संतुलन भौतिक सफलता से अधिक महत्वपूर्ण है। महाकुंभ मेले में उनकी उपस्थिति और उनकी कहानी आध्यात्मिकता के प्रति आकर्षण बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।