India News(इंडिया न्यूज),Mulayam Singh Statue: प्रयागराज महाकुंभ के दौरान मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान के टेंट में समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। ज्ञान और ध्यानस्थ मुद्रा में पद्मासन पर बैठे मुलायम सिंह की इस मूर्ति ने श्रद्धालुओं और समर्थकों को खासा प्रभावित किया है।

बड़ी संख्या में मूर्ति को देखने पहुंचे श्रद्धालु

सपा समर्थक और श्रद्धालु स्नान के बाद बड़ी संख्या में इस मूर्ति को देखने और श्रद्धा प्रकट करने पहुंच रहे हैं। इसे संतों और भगवान की तरह पूजने की बात भी सामने आई है। साधुओं और संतों के बयानों ने इस टेंट को चर्चा का केंद्र बना दिया है। मुलायम सिंह के समर्थकों और श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, जबकि कई साधु-संत मूर्ति लगाने के समर्थन में दिखाई दे रहे हैं।

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समर्थकों ने जताई श्रद्धा, संतों के बयान बढ़ा रहे विवाद

मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद भी देखने को मिला है। एक ओर जहां समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने इस पहल का स्वागत किया, वहीं राजू दास सहित कुछ महंतों ने इसका विरोध किया। इसके बावजूद, अविमुक्तेश्वरानंद जैसे संत मूर्ति लगाने के समर्थन में सामने आए हैं। मूर्ति स्थापना की पहल करने वाले संदीप यादव ने कहा कि जो लोग मुलायम सिंह को हिंदू विरोधी कहते हैं, वे नफरत फैलाने वाले हैं। उन्होंने संतों से भी आग्रह किया कि वे अपनी भाषा में संयम रखें ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। साथ ही, उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गाय, गंगा और गोबर की बात तो करते हैं, लेकिन असली गाय पालने वाले तो हम लोग हैं। महाकुंभ के इस टेंट में मुलायम सिंह यादव की मूर्ति के आसपास चर्चा और चौपालों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न जिलों से आए लोग हिस्सा ले रहे हैं।

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