India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: मुंबई की एक मुस्लिम युवती शबनम शेख प्रयागराज महाकुंभ में पहुंची। यहां उसने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। शबनम शेख ने यहां कई संत-महात्माओं से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही मुस्लिम युवती ने कई सनातनी अनुष्ठानों में भी हिस्सा लिया। इतना ही नहीं उसने योगी सरकार की व्यवस्थाओं को बेमिसाल बताया है। दो दिन रुकने के बाद शबनम शेख महाकुंभ से वापस मुंबई चली गई। वह फरवरी में दोबारा महाकुंभ में आ सकती है।
पुष्प वर्षा से हुआ स्वागत
आपको बता दें कि, 23 वर्षीय शबनम शेख शनिवार को महाकुंभ में पहुंची थी। इस दौरान उसने बुर्का पहना हुआ था। यहां तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने पुष्प वर्षा से उसका स्वागत किया। शबनम ने धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लिया। इस मौके पर उसने कहा कि महाकुंभ में त्रिवेणी धारा में आस्था की डुबकी लगाने और यहां संतों के दर्शन कर उसे दिव्य अनुभूति हुई है। वह पहली बार महाकुंभ में आई हैं। यहां के बारे में जो सुना था, यह अहसास उससे कई गुना सुखद था। उन्होंने यहां चल रहे यज्ञ में भी भाग लिया।
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शबनम शेख ने क्या कहा?
शबनम शेख ने कहा कि, वह निडर होकर यहां आई हैं। महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध की बहस के बीच जब वह यहां पहुंचीं, तो उन्हें बिल्कुल भी डर नहीं लगा। सभी ने उनका बहुत सम्मान किया। संतों की छावनी में उनका स्वागत किया गया। यहां पहुंचकर शबनम शेख इतनी अभिभूत हुईं कि उन्होंने फरवरी में फिर से महाकुंभ में आने का निर्णय लिया है। तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य के अनुसार शबनम शेख जैसी बेटियां समाज को जोड़ने का काम करती हैं।
अयोध्या भी पहुंची थी शबनम
बताते चलें कि, शबनम शेख इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन सनातन के प्रति उनके मन में गहरी आस्था है। ऐसे लोगों का महाकुंभ में स्वागत है। इसके अलावा, शबनम शेख एक साल पहले अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर के उद्घाटन का जश्न मनाने के लिए मुंबई से पैदल अयोध्या पहुंची थीं। उस समय रास्ते में कई जगहों पर उनका स्वागत हुआ था। भगवान राम और सनातन के प्रति उनकी आस्था देखकर लोग हैरान रह गए थे। सुरक्षा कारणों से उन्होंने महाकुंभ पहुंचने की जानकारी सार्वजनिक नहीं की थी।