इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली:
Varun Singh lost his battle with life on the seventh day: आठ दिसबंर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में अंतिम बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज दुखद निधन हो गया है। इस बात की जानाकरी भारतीय वायुसेना ने देते हुए बताया कि ग्रुप कैप्टर वरूण सिंह (Varun Singh) का इलाज के दौरान आज निधन हो गया है। जिससे वायुसेना को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इंडियन एयरफोर्स की ओर से कहा गया कि हमने आज एक ऐसा योद्धा खो दिया जो कठिन परिस्थितियों में भी हौंसला बनाए रखते हुए तेजस लड़ाकू जहाज की सफल लैंडिंग कराने में माहिर था।
गैलेंट्री अवॉर्ड विनर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उस परिवार से संबंध रखते हैं जो भारतीय सेनाओं में अपना योगदान देते रहे हैं। वरूण सिंह का परिवार वायु,थल और नेवी में सेवाएं देता रहा है। वरूण के पिता कर्नल केपी सिंह भारतीय थल सेना में सेवारत थे। वहीं वरुण के छोटे भाई तनुन सिंह इस समय बतौर लेफ्टिनेंट कमांडर भारतीय जल सेना में तैनात हैं। परिवार को बेटे की मौत पर गहरा दुख है। बता दें कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मौत पहले ही हो चुकी है। अकेला वरुण ही था जो इस हादसे में जख्मी हुआ था। ऐसे में आज वह भी दुनिया को अलविदा कह गया।
Varun Singh has been awarded the Shaurya Chakra from the President: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बहादुरी को देखते हुए इसी साल 15 अगस्त के दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। उन्हें यह अवार्ड इस लिए दिया गया था क्योंकि उन्होंने फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बावजूद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से तेजस विमान की सफल लैंडिंग कराई थी।